नागालैंड के फर्जी पते पर हथियार का लाइसेंस, शेख शाहजहां पर गंभीर आरोप
कोलकाता। संदेशखाली कांड में पहले से ही जेल में बंद शेख शाहजहां को लेकर सीबीआई ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांच एजेंसी का दावा है कि शाहजहां ने नागालैंड के फर्जी पते दिखाकर हथियारों के वैध लाइसेंस हासिल किए और उन लाइसेंस के दम पर असली हथियार भी खरीदे। सीबीआई ने जानकारी दी है कि शाहजहां ने नागालैंड के चार अलग-अलग फर्जी पते के आधार पर अपने नाम चार हथियारों के लाइसेंस बनवाए। यही नहीं, उसने अपने भाई आलमगीर के नाम पर तीन और अपने बॉडीगार्ड के नाम पर दो हथियारों के लाइसेंस भी इसी तरह बनवाए। आरोप है कि हर एक हथियार का लाइसेंस बनवाने में शाहजहां लगभग 15 लाख रुपये खर्च करता था।
उल्लेखनीय है कि संदेशखाली में जमीन घोटाला और राशन वितरण घोटाले में शेख शाहजहां पहले ही ईडी और सीबीआई की गिरफ्त में है। पिछले साल अप्रैल में शाहजहां के करीबी अबू तालिब के घर से हथियार बरामद हुए थे। तब नागालैंड से जारी चार लाइसेंस भी मिले थे। सीबीआई का कहना है कि इन लाइसेंसों के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था। जांच में यह भी सामने आया है कि शाहजहां ने बड़ी संख्या में अवैध हथियार जमा कर रखे थे। इन हथियारों को वैध दिखाने और जांच से बचाने के लिए उसने फर्जी पते के जरिए हथियारों के लाइसेंस बनवाए। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि शाहजहां अपने नजदीकी लोगों के नाम पर भी हथियारों के लाइसेंस बनवाकर अवैध तरीके से हथियार इकट्ठा करता था। सीबीआई इस पूरे मामले में लगातार जांच कर रही है और इस बात की भी पड़ताल की जा रही है कि आखिर नागालैंड में बैठे अफसरों की मिलीभगत के बिना यह बड़ा खेल कैसे संभव हुआ।
टिप्पणियां