बिना पंजीकरण के चल रहा मंगलम अस्पताल
जांच में हुआ खुलासा,एफआईआर दर्ज,लगा जुर्माना
लखनऊ। राजधानी में फर्जी निजी अस्पतालों का मकड़जाल खत्म नहीं हो रहा है। बिना पंजीकरण के निजी अस्पतालों का जाल पूरे शहर में फैलता जा है। मामला जानकीपुरम थाना क्षेत्र अंतर्गत मंगलम हॉस्पिटल में भर्ती मरीज की मौत का है। बता दें कि इंदिरानगर के चंदन गांव निवासी 50 वर्षीय शीतल प्रसाद का हाथ फ्रैक्चर हो गया था। जिसे बेटा ब्रजेश उन्हें मंगलम अस्पताल लेकर गया था। बताया जा रहा है कि जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद सर्जरी करने की जरूरत बताई। वहीं मरीज परिजनों ने आरोप लगाया था कि सर्जरी से ही मरीज मौत हुई है।
जिस पर बेटे ने नजदीकी थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। वहीं इस मामले की हकीकत जानने के लिए एसीएमओ डॉ. एपी सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि मंगलम हॉस्पिटल बिना पंजीकरण के चलता पाया गया है। जिसकी जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। उन्होंने अस्पताल को झोलाछाप की श्रेणी में शामिल करते हुए कहा कि जिस तरह से यह हॉस्पिटल चलता पाया गया है इस पर तो कार्रवाई होनी ही चाहिए।
वहीं संबंधित विभाग के कर्मचारियों का दबी जुबान कहना है कि जब यह निजी अस्पताल बिना पंजीकरण चल रहा है तो स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों ने अपने अधिकारों का प्रयोग क्यों नहीं करते जिससे लोगों के साथ अनहोनी होने से पहले बचाया जा सके । जिस तरीके से शहर के गली मुहल्लो में मानक विहीन निजी अस्पताल पनप रहे है ऐसे ही रहा तो आने वाले दिनों में निजी अस्पताल बेलगाम हो जायेंगे और आम नागरिक शिकार होते रहेंगे। इस मामले से स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों पर कई सवाल उठ रहे है। जिस तरीके से स्वास्थ्य विभाग ढुलमुल रवैया अपना रहा है इससे आम जनमानस की जिंदगी के साथ हो रहे धोखे से आखिर कौन बचाएगा।
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