मांगों को लेकर अंडा उत्पादक किसानों का धरना
लखनऊ। कुक्कुट विकास समिति उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में प्रदेश के कोने -कोने से आए विभिन्न जनपदों के अंडा उत्पादक किसानों ने अंडा माफिया और नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमिटी द्वारा लगातार अंडे का उत्पादन लागत से कम मूल्य घोषित किए जाने एवं कम मूल्य पर खरीद किए जाने व एनईसीसी द्वारा लगातार किसानों का शोषण करने को लेकर पशुपालन निदेशालय लखनऊ में विशाल प्रदर्शन किया।
किसानों ने निदेशक पशुपालन विभाग से खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के अंडे सम्बन्धी प्राविधानों को जैसे अंडे पर उत्पादन तिथि, उत्पादन का स्थान एवं उपभोग अवधि प्रिंट कराने को लेकर तत्काल प्रभावी शासनादेश निर्गत करने की मांग की। अंडा मांसाहारी खाद्य पदार्थ होते हुए भी सब्जियों और आलू के लिए निर्धारित कोल्ड स्टोरेज में मानकों के विरुद्ध कई महीनों तक रखकर बेंचा जा रहा है जबकि नियमानुसार अंडे को रेफ्रिजरेशन में रखकर केवल 35 दिन तक ही उपभोग किया जा सकता है। अंडा माफिया और नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमिटी इसको लागू नहीं होने देना चाहते हैं जो नियम विरुद्ध महीनों तक अंडा कोल्ड स्टोरेज में रखकर बेंचना चाहते हैं।
निदेशक पशुपालन विभाग को किसानों ने अपनी समस्याओं से शासन व प्रशासन को अवगत कराने एवं उन पर कार्रवाई कराने का मांगपत्र सौंपा। कुक्कुट विकास समिति के अध्यक्ष वीपी सिंह ने कहा कि सरकार की अच्छी किसान समर्थक नीतियों को एनईसीसी अंडा माफिया के साथ मिलकर बर्बाद कर रही है। समिति के सचिव मोहम्मद नाजिम ने 23 फरवरी 2023 को प्रदेश के किसानों के हित में जारी शासनादेश के बाद अंडा माफिया के दबाव में में स्थगित किया गया है, को तत्काल किसान हित में जारी करने की मांग की।
किसानों ने एक स्वर से प्रदेश में अंडो के रेट निर्धारण समिति के गठन और कुक्कुट विकास नीति 2022 के अन्तर्गत केवल प्रदेश के किसानों को पोल्ट्री पॉलिसी के अंतर्गत फार्म स्थापित किए जाने की अनुमति प्रदान करने की मांग की।
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