फर्जी एनएसजी कमांडो गिरफ्तार, ट्रेन-बसों से करता था मुफ्त सफर
आलमबाग पुलिस ने की कार्रवाई
लखनऊ। आलमबाग पुलिस ने शनिवार रात फर्जी एनएसजी कमांडो को बस अड्डे के पास गिरफ्तार किया। आरोपी खुद को एनएसजी कमांडो बताकर बस कंडक्टरों से फ्री में यात्रा करवाने का दबाव बना रहा था। विरोध जताने पर उनसे बहसबाजी कर रहा था। संदिग्ध गतिविधि लगने पर वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद आरोपी को हिरासत में लिया गया।
इंस्पेक्टर आलमबाग सुभाष चंद्रा ने बताया शनिवार रात करीब 9 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति एनएसजी कमाण्डो बताते हुए बसों के कंडक्टरों को अपना आईडी कार्ड दिखाकर फ्री में यात्रा करने के लिए बस कंडक्टरों से बदतमीजी कर रहा है। बस स्टैंड से निकलकर टेढ़ी पुलिया की तरफ जा रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गेटवे माल के पास एक व्यक्ति ब्लेजर पहने हुए हाथ में वायरलेस हैंडसेट लेकर पैदल जा रहा था। पुलिस टीम ने युवक को रोककर परिचय पूछा तो एनएसजी की वर्दी पहने हुए व्यक्ति खुद को वृंदावन के कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय महाराज का सुरक्षाकर्मी होना बताया। बताया कि उन्हें वाई श्रेणी सुरक्षा में एनएसजी मिली हुई है जिसमें तैनात हूं। इस बात को बताकर आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने कड़ाई करते हुए रोका।
पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो पहचान तरया सुजान जनपद कुशीनगर निवासी रंजन कुमार (22) पुत्र हरिलाल मद्धेशिया के रूप में हुई। इसके बाद अपनी गलती स्वीकार करते हुए गलती की माफी मांगने लगा। उसने बताया कि पुलिस विभाग में नहीं है। एनएसजी की वर्दी पहनकर पूरे उत्तर प्रदेश में कही भी बिना टिकट के बस और ट्रेन से घूमता हूं और लोगों में अपना धौंस जमाकर किसी भी माल में जाकर बिना टिकट के ही मूवी देखता हूं। ढाबे पर धौंस जमाकर खाना खाकर बिना पैसा दिए चला जाता हूं। उसके पास तलाशी के दौरान कमर में खोंसे हुए बाएं फैट से एक मेड इन इटली ऑटोमैटिक पिस्टल मिली।
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