जनता हमारे लिए सब कुछ, हमारे लिए ट्रैफिक रोकने से जनता को हो रही थी परेशानी : मुख्यमंत्री
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आम आदमी की तरह ट्रैफिक में चलना शुरू कर दिया है। रेड सिग्नल होने पर उनका काफिला भी चौराहों पर आम पब्लिक की तरह रुक रहा है। गुरुवार को बीजेपी ऑफिस जाते समय और वहां से लौटते समय सीएम भजनलाल शर्मा का काफिला ट्रैफिक सिग्नल पर रुका। उन्होंने कहा कि हमने यह फैसला जनता के लिए लिया है। जनता को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। जनता हमारे लिए सर्वोपरि हैं। उन्होंने कहा कि कैबिनेट को भी इस फैसले को मानना चाहिए। सीएम भजनलाल शर्मा आज बीजेपी प्रदेश कार्यालय में कोर कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। बैठक के बाद जब सीएम भजनलाल शर्मा बीजेपी कार्यालय से निकले तो ट्रैफिक नहीं रोका गया। राजमहल चौराहे पर पहुंचने पर सीएम भजनलाल शर्मा का काफिला ट्रैफिक सिग्नल पर रुका। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि फैसला जनता के लिए लिया गया है। जनता को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। सीएम के काफिले के चलते जनता को होने वाली परेशानी को देखते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने यह फैसला किया है। उन्होंने बुधवार को पुलिस महानिदेशक से कहा था कि उनके काफिले के सड़क पर चलने के दौरान ट्रैफिक को नहीं रोका जाए।
सीएम बुधवार रात जब बाड़मेर से लौटे थे, तभी से उन्होंने आम आदमी की तरह ट्रैफिक में चलना शुरू कर दिया था। एयरपोर्ट से सीएमआर (ओटीएस) लौटते समय उन्होंने इस नियम का पालन किया था। ओटीएस सर्किल पर रेड लाइट होने पर उनका काफिला भी आम पब्लिक की तरह रुका। वहीं गुरुवार को दिनभर सीएम ने इसी रूल को फॉलो किया। बीजेपी ऑफिस आते समय और लौटते समय भी उनके गुजरने के दौरान ट्रैफिक को नहीं रोका गया। डीजीपी यूआर साहू ने बताया कि उनके पास सीएम का फोन आया था कि उनके सिटी में चलने के दौरान लोगों को परेशानी होती हैं। कई बार देखा गया है कि लोग अधिकांश समय में ट्रैफिक में फंस जाते हैं, इसलिए इस तरह का प्लान बनाया जाए, जिससे की वह सड़क पर निकले तो लोगों को परेशानी ना हो। डीजीपी ने कहा कि सीएम की सिक्योरिटी की जिम्मेदारी हमारी है। सीएम के काफिले में जो वाहन हैं और उन वाहनों पर जो पुलिस अधिकारी हैं, उनसे भी इस विषय में राय ली जाएगी। राजस्थान में इस तरह का कल्चर नहीं हैं, लेकिन सीएम की मंशा आमजन को राहत देने की है तो इस पर काम होगा। सीएम के इस फैसले को लेकर इंटेलिजेंस एडीजी, जयपुर पुलिस कमिश्नर एक बार चर्चा कर लेंगे, जिसके बाद प्लान बनाया जाएगा।
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