नाला खुदाई के दौरान प्राचीन मन्दिर का अगला हिस्सा धंसा 

नाला खुदाई के दौरान प्राचीन मन्दिर का अगला हिस्सा धंसा 

सलोन/रायबरेली। कस्बे में बनाये जा रहे पौने दो करोड़ का नाला विवादों के घेरे में आ चुका है। रविवार को पानी की सप्लाई लाइन गड्ढा खोदने के दौरान जेसीबी से फट गया।अचानक नाले में पानी भर गया।इसके बाद अति प्राचीन मन्दिर का अगला हिस्सा बैठने लगा।देखते ही देखते लोगो की मौके पर भीड़ एकत्र हो गई।स्थानीय लोगो ने मामले की सूचना नगर अध्यक्ष को दी।लेकिन वह भी मौके पर नही पहुँचे।इससे ग्रामीणों में जबरजस्त आक्रोश व्याप्त रहा।सलोन कस्बे में सीवरेज वा जल योजना के तहत कल्लू नाई की दुकान से गोरही मोहल्ले तक पौने दो करोड़ का नाला स्वीकृत हुआ है।
गुणवत्ता विहीन नाले के निर्माण की खबर पूर्व में प्रकाशित हो चुकी है।
 
रविवार को नाले के दूसरे फेज की खोदाई के लिए जेसीबी बुलाई गई थी।इसी दौरान नगर पंचायत का पानी का सप्लाई पाइप खोदाई के दौरान फट गया।पाइप फटते ही पानी का बहाव नाले में शुरू हो गया।वही नाले के समीप और अति प्राचीन मन्दिर का एक हिस्सा बैठने लगा।ग्रामीणों ने बताया कि नाला मानक विहान बनाया गया है।नाले के निचले हिस्से में पीला ईंट डालकर नाला निर्माण का काम पूरा कर दिया गया था।जिससे पानी बहते ही मन्दिर का नींव वाला हिस्सा चिटक गया और बैठने लगा।इस दौरान लोगो का हुजूम एकत्र हो गया।वही मौके पर मौजूद ठेकेदार दो युवकों लोगो से अभद्रता शुरू कर दी।
 
वही नगर पंचायत कर्मी राजेंद्र सोनकर ने मौके पर पहुँच कर लोगो का समझा बुझाकर मामले को शांत कराया।रेखा देवी ने बताया कि नाले किनारे मिट्टी की भराई की जाती है।लेकिन ठेकेदारों ने मिट्टी बेच डाली।गंगाराम साहू ने बताया कि मानक विपरित नाले का निर्माण किया जा रहा था।विरोध करने पर ठेकेदार धमकाते थे।विजयलक्ष्मी साहू,मोअस्सीम आदि ने बताया कि नाला निर्माण की जांच कराकर दोषियों पर कार्यवाही की जाए।कभी भी नाला ढह सकता है।और लोगो की नींव बैठ सकती है।इस सम्बब्ध में ईओ राकेश कुमार ने बताया कि उन्हें दिव्य दृष्टि नही मिली है कि नाला ठीक बन रहा है कि गलत।यह मेरा काम नही है।मीडिया को जो छापना हो छाप दे।मुझे क्या पता सलोन कस्बे में कितने करोड़ का नाला बन रहा है।
 
 

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां