राष्ट्रीय परिवर्तन शक्ति संस्था कर रही जाटव समाज के लिए कार्य : मुकेश गौतम
( तरूणमित्र ) गाजियाबाद।
एक दिवसीय मीटिंग भूड़गढ़ी गांव में संदीप जाटव जी के द्वारा कराई गई जो भूड़गढ़ी गांव के अम्बेडकर पार्क में सफलता पूर्वक संपन्न हुई जिसमें जाटव समाज के बुजुर्गों एवं युवाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और अपनी-अपनी बात रखी संदीप जाटव ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमारे समाजिक संगठन गांवों-कस्बों में कहीं दिखाई नहीं देते हैं। राष्ट्रीय परिवर्तन शक्ति का मैं धन्यवाद करता हूं कि आपने गांवों में रह रहे जाटवों के दुःख दर्द को जानने समझने के लिए पहल की और आप हमारे बीच आये, उन्होंने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि समस्त जाटव समाज राष्ट्रीय परिवर्तन शक्ति के साथ है सभा में उपस्थित सभी लोगों ने संदीप जाटव का समर्थन करते हुए अपने दोनों हाथों को उपर उठकर जाहिर समर्थन दिया। इस अवसर पर विपिन कुमार अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट ने अपनी बात रखते हुए कहा हम सभी जाटवों को अपने साधन संसाधन जुटाने होंगे अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपने स्कूल काॅलेज विश्व विद्यालय स्थापित करने होंगे सतवीर बौद्ध ने अपनी बात रखते हुए कहा हमें अपने बच्चों कि शिक्षा पर विशेष ध्यान देना है एक रोटी कम खाओ मगर बच्चों को जरूर पढ़ाओं नशे से दूर रहो बुरी और गन्दी आदतों को छोड़कर आगे बढ़ो। अधिवक्ता मोनू सेठी ने कहा कि शिक्षा का मतलब सिर्फ डिग्रियां लेकर सरकारी नौकरियां पाना ही नहीं बल्कि जिस समाज में पैदा हुए हो उस समाज को आगे बढ़ाने के कार्य करना भी शिक्षित होना ही माना जाएगा। इस दौरान मुकेश गौतम ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमें सबसे ज्यादा दुःख इस बात का है कि ढूंढने पर भी कहीं जाटव समाज के हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज, स्कूल, डिग्री कॉलेज, इंस्टिट्यूट, विश्वविद्यालय, आई टी आई स्कैल डेवलपमेंट संस्थान नजर नहीं आते हैं। जो डॉ भीमराव अम्बेडकर जी का पहला सबक शिक्षित बनो हैं मगर हमने इस पर कोई कार्य नहीं किया हमने इस शब्द के साथ खिलवाड़ किया, हमारे लोगों ने बड़ी-बड़ी डिग्रियां प्राप्त कर आरक्षण के दम पर सरकारी नौकरी पा ली मगर वो अपने बीबी बच्चे के अलावा समाज के लिए कुछ करते नहीं दिखते जिसका खामियाजा बड़े पैमाने पर जाटव समाज भुगत रहा है स्केल डेवलपमेंट न होने के कारण भारत में सबसे ज्यादा बेरोजगारी जाटव समाज की युवा पीढ़ी झेल रही है। इस पर कोई नहीं बोलता जो चिंता का गंभीर विषय है। जाटव समाज को हर एक क्षेत्र में मजबूती से कार्य करने कि आवश्यकता है जाटव समाज को संगठनों में नहीं बंटना है बल्कि जाति के नाम पर इखट्टा रहते हुए ही समाज का विकास संभव है राष्ट्रीय परिवर्तन शक्ति किसी संगठन या राजनैतिक पार्टी के लिए नहीं बल्कि जाटव समाज के उत्थान के लिए कार्य करता है। इस मौके पर राजबहादुर जाटव, मदनलाल जाटव, सुधीर जाटव, अभय जाटव, मुकेश जाटव, मनोज जाटव, जगपाल जाटव, डॉ पदम सिंह जाटव, अधिवक्ता बबलू भारती, प्रमोद सागर, अधिवक्ता धर्मवीर सिंह, राजकुमार जाटव, मीरसिंह जाटव, अशोक जाटव, विजय जाटव, संजय जाटव, विजेंद्र सिंह सहित अन्य सैकडों साथी मौजूद रहे।
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