खाद्य विभाग ने कार्यवाही में 15 हजार दूध कराया नष्ट
-नामचीन इंडस्ट्री को सप्लाई हो रहे दूध में मिले खतरनाक रसायन
-डिटर्जेंट, कास्टिक सोडा से बना 15 हजार लीटर दूध पकडा
मथुरा। दुग्ध उत्पाद बनाने की नामचीन इंडस्ट्री को हानिकारक रसायनों से निर्मित दूध की सप्लाई हो रही थी। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मौके से करीब 15 हजार लीटर दूध को नष्ट कराया और जांच के लिए चार सैंपल कलेक्ट किए हैं। विभाग की ओर से इंडस्ट्री को सप्लाई हो रहे दूध के तमाम स्रोतों की भी जानकारी मांगी गई है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि इंडस्ट्री को शुद्ध दूध की ही सप्लाई हो सके। सहायक खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ. गौरी शंकर ने बताया कि एनएच टू पर स्थित भोले बाबा डेयरी है जिसमें राजस्थान की डीग नामक जगह से टैंकर द्वारा दूध की सप्लाई की जा रही थी।
उसकी शिकायत मिल रहीं थीं कि कुछ टैंकर में दो सेक्शन बनाए हुए हैं जिसमें एक में मिलावटी दूध और एक में सही दूध सप्लाई किया जाता है। मौके पर जांच की गई, वहां पर जो लैब है वहां भी जांच की गई। डिटर्जेंट, कास्टिक सोडा आदि की मिलावट पाये जाने पर चार सैंपल हमने कलेक्ट किये हैं, 15 हजार लीटर दूध मौके पर नष्ट करा दिया गया। यह काफी बडी फैक्ट्री है। डेयरी के जीएम से भी हमने कहा है कि कहां कहां से दूध आपूर्ति किया जा रहा है उसकी डिटेल भी चाहिए। जिससे कि मिलावट को रोका जा सके।
इंडस्ट्री को मिलावटी दूध सप्लाई करने के लिए दूध माफिया से बेहद शातिराना तरीका अजाद किया, जिसे देखकर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भी चकित रह गई। दूध टैंकर में दो अलग अलग केबिन बनाये गये थे जिसके एक केबिन में सही तथा दूसरे केबिन में मिलावटी दूध था। टीम को मिलावटी दूध तक पहुंचने के लिए केबिन को इलेक्ट्रॉनिक कटर से काटना पडा इसके बाद ही इस खेल को खुलासा हो सका। कार्रवाई के दौरान एस एस निरंजन, जितेंद्र सिंह खाद्य सुरक्षा अधिकारी तथा खाद्य सहायक ताराचंद धारिया उपस्थित रहे।