अमेरिकी नागरिकों से ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा
अवैध रूप से कॉल सेंटर का संचालन कर लगा रहे थे चूना
लखनऊ। अवैध रूप से कॉल सेन्टर का संचालन करके अमेरीका के नागरिकों के साथ ठगी करके धन अर्जित करने वाले संगठित गिरोह का पदार्फाश कर दिव्य शर्मा उर्फ लवकुश सहित 16 अभियुक्तों को जनपद गौतमबुद्धनगर की पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम दिव्य शर्मा उर्फ लवकुश, दीपू कुमारी, श्रेया, सोनी कुमारी, काजल मिश्रा, तमन्ना, उपासना, तुषार वार्ष्णेय, देवेन्द्र सिंह तोमर, वीरेश माथुर, विपुल कुमार, सुमित नेहरा, उद्दयान,सबी अहमद,सुहैल रजा इकबाल,अमित कुमार है।
इनके कब्जे से एक वाहन, 18 मोबाइल फोन, 26 मानीटर, 26 सीपीयू, 26 बोर्ड मय 26 माउस, 26 हैडफोन, एक हार्ड डिस्क, 17 अमेरिका के नागरिकों वास्तविक फर्जी डीएल, 27 अमेरीका के नागरिकों के फोन आर्डर डाटा शीट, दस रॉ कालिंग डेटा प्रिंट, 17 अमेरीका के नागरिकों के एसएसएन डीएल, दो क्रेडिट डेटा, दो पेज कालिंग डेटा बरामद किया है।
अमेरिकन नागरिक डेवन मिशेल, वारेन येटस सोशल अकाउंट नम्बर 488047990850 एवं अन्य द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र व ई-मेल के माध्यम से शिकायत की गयी कि नितिन श्रीवास्तव द्वारा चलाये जा रहे काल सेंटर के माध्यम से काल कर धोखाधड़ी करते हुए उसके बैंक ऑफ अमेरिका के अकाउंट से पैसा होंगकांग के एचएसबीसी के अकाउंट नम्बर 488047990850 में ट्रांसफर कर लिया गया है। इसी क्रम में एसटीएफ टीम को ज्ञात हुआ कि उक्त गैंग के सदस्य दिव्य शर्मा उर्फ लवकुश, जो कि नितिन श्रीवास्तव का पार्टनर है, फेज-1 क्षेत्र स्थित जी-43 थर्ड फ्लोर, थाना फेज-1, गौतमबुद्धनगर में फर्जी काल सेन्टर चलाकर अमेरिकन नागरिकों के साथ ठगी कर रहा है। इस सूचना को विकसित करने के उपरान्त समस्त तथ्योें से प्रभारी निरीक्षक थाना फेज-1 को अवगत कराते हुए साझा किया गया।
तदोपरान्त अभिसूचना संकलन एवं सर्विलांस आदि के माध्यम से उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर स्थानीय पुलिस का सहयोग प्राप्त कर उपरोक्त अभियुक्तो को गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।गिरफ्तार अभियुक्त दिव्य शर्मा उर्फ लवकुश ने पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र 28 साल है और उसने दिल्ली विश्वविद्यलाय से इतिहास से स्नातक किया है। बताया कि वर्ष-2012 में उसकी (दिव्य शर्मा उर्फ लवकुश) मां लीना शर्मा प्रोपर्टी का काम करती थी।
उस समय नितिन भी प्रोपर्टी का काम करता था जहां उसकी जान पहचान लीना शर्मा से हुई और इसी कारण से वह (दिव्य शर्मा उर्फ लवकुश) नितिन के सम्पर्क में आया। नितिन पहले भी फर्जी काल सेन्टर चलाने का काम करता था। दिव्य शर्मा उर्फ लवकुश ने बताया कि उसको नितिन ने लगभग पांच वर्ष से इस फर्जी काल सेन्टर के काम में शामिल कर रखा है।बताया कि अमेरीका के नागरिकों का डेटा जिसमें नाम, पता, फोन नम्बर एवं सोशल सिक्योरिटी नम्बर होता है, को ये खरीद लेते हैं और फिर सफेद पेजेज वेबसाइट से इन मोबाइल नम्बरों से अमरीका के सर्विस प्रोवाईडर का पता कर लेते हैं और फिर अपने काल सेन्टर से मोबाइल धारक को उसी सर्विस प्रोवाईडर की तरफ से फर्जी काल करते हैं और धारक से उसका पैन नम्बर ले लेते हैं। इसके बाद पुन: इसी काल सेन्टर से सर्विस प्रोवाईडर को धारक बताकर काल करते है और पूछने पर धारक का पैन नम्बर सर्विस प्रोवाईडर को देते हैं और सर्विस प्रोवाइडर से नया फोन बुक कर लेते हैं।
इस नये फोन को डिलीवर के लिए एक फर्जी एडेस से सम्बन्घित डाक्यूमेन्ट जैसे कूटरचित डीएल, पासपोर्ट आदि बनाकर अपलोड कर देते हैं और दिये हुए पते पर डिलीवरी हो जाती है और यूएसए में इनसे जुडे़ उनके एजेन्ट प्राप्त कर लेते हैं और उसके बदले अमेरिकन एजेन्ट वो पैसा हांगकांग स्थित विभिन्न बैकों के एकाउन्ट में डाल देते है। ये पेमेंट माध्यम नितिन, टेलीग्राम चैनल व मनीआर्डर से लेते हैं और उसके बदल में कमीशन लोकल विटक्वाइन पेज के माध्यम से यूएसडीटी में पे कर देता है और हॉगकांग से यह पैसा अगडियों के माध्यम से ज्यादातर कैश में इन तक पहुंचता है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्व थाना फेज-1, गौतमबुद्धनगर मुकदमा पंजीकृत हुआ है। अग्रिम वैधानिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
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