हर्ष अस्पताल के निशुल्क कैंप में मरीजों ने बताया दूषित पानी से बढ़ रहीं बीमारियां
मदनी स्कूल हिंडन विहार में निशुल्क कैंप में आए मरीजों की जुबानी दूषित पानी बन रहा उनके लिए जहर
गाजियाबाद। ( तरूणमित्र ) मदनी स्कूल हिंडन विहार के निशुल्क मेडिकल कैम्प में आए मरीजों ने कहा स्किन एलर्जी और दस्त दूषित पानी की देन है। निशुल्क स्वास्थय कैंप का आयोजन लगातार जारी है समय-समय पर अलग-अलग क्षेत्रों में हर्ष ईएनटी अस्पताल के द्वारा लगाया जाता है, जिसके चलते गरीबों की परेशानियों का निदान हो सके, बता दें कि डॉ. बीपी त्यागी जोकि हर्ष ईएनटी अस्पताल के संस्थापक अध्यक्ष हैं साथ ही स्वास्थ्य प्रभारी राष्ट्रवादी नवनिर्माण दल के नेता भी हैं। गाजियाबाद जिले की यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है कि इस जिले में एक मात्र ऐसे डाॅक्टर का होना हम सबके लिए बड़े ही हर्ष का विषय है चूंकि हर वर्ष एक बड़े स्तर पर निशुल्क कैंप लगाना जिसमें सैकड़ों गरीबी से जूझ रहे लोगों के ऑपरेशन करने के साथ-साथ अब हर माह निशुल्क कैंप का आयोजन लगातार अलग-अलग क्षेत्रों में किया जाने लगा है, ऐसे में तमाम उन लोगों की परेशानियों का निदान हो रहा है जो अपनी बीमारियों का खर्च उठाने में असमर्थ हैं, सरकारी अस्पतालों के चक्कर काट-काट कर तमाम मरीजों को कई बार अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है और पैसे के अभाव में तमाम घरों में मातम पसर जाता है, चूंकि उन्हें अच्छा इलाज न मिलने के चलते ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए हर्ष ईएनटी अस्पताल के चेयरमैन प्रोफेसर डाॅ. बीपी त्यागी के द्वारा जनहित में लगातार निशुल्क कैंप लगाकर लोगों का इलाज किया जा रहा है। हर्ष ईएनटी हॉस्पिटल ने संडे को मदनी स्कूल हिंडन विहार में एक निशुल्क मेडिकल कैम्प का आयोजन किया। इस कैम्प में लगभग 300 सौ मरीजों का उपचार किया गया। जिस्में अधिकतर मरीज़ स्किन और नाक की एलर्जी वाले मिले। कुछ मरीज़ पेट की बीमारी के भी मिले जो दूषित पानी की सप्लाई और अधिक गर्मी के कारण अस्वस्थ थे। इस दौरान डाॅ. बीपी त्यागी के द्वारा नाक-कान व गले के ऑपरेशन के मरीजों को अस्पताल में निःशुल्क ऑपरेशन के लिए बुलाया गया, जिसके लिए ऑपरेशन का खर्चा अवेकनिंग इंडिया उठाएगा। इसी के साथ डाॅ. त्यागी ने कहा कि दूषित पानी की सप्लाई को लेकर वार्ड के पार्षद से संपर्क किया जाएगा। और दूषित पानी के कारण लोगों को हो रही दिक्कतों की खोली पोल खुद मरीजों ने खोली, अधिकांश लोगों ने यहां तक कहा कि पार्षद वोट लेने के समय हाथ जोड़कर एक पैर पर खड़े हो जाते हैं लेकिन जीतने के बाद शहंशाह बन जाते हैं, फिर पलट कर सुध नहीं लेते हैं कि हमें जिनके द्वारा सीट मिली हम उनसे उनका हाल तो जान लें, लोगों में इस बात का आक्रोश दिखा कि उन्होंने जिसे अपने वोट से जिताकर नेता बना दिया वही अब पूछने को तैयार नहीं हैं। यहां पर सबसे अहम बात यह है कि गाजियाबाद के कई अलग-अलग क्षेत्रों में दूषित पानी लोगों के लिए जहर का काम कर रहा है, जिसमें कैला भट्टा के साथ-साथ अन्य और भी क्षेत्रों के लोगों के लिए यह एक बड़ी समस्या है जिसमें नगर निगम की लापरवाही भी एक बड़ा कारण है।
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