श्रीदेवी शानदार एक्ट्रेस के अतिरिक्त संवेदनशील इंसान थीं : राजा बुंदेला

* श्रीदेवी को समर्पित था 9वां इंटरनेशनल खजुराहो फ़िल्म फेस्टिवल

श्रीदेवी शानदार एक्ट्रेस के अतिरिक्त संवेदनशील इंसान थीं : राजा बुंदेला

* बुंदेलखंड में फ़िल्मांकन को बढ़ावे के लिए उप्र -मप्र सरकार को दिए प्रस्ताव

 
 
 
 
FB_IMG_1662005311759
 
* बुंदेलखंड की पहचान बन चुका है खजुराहो फिल्मोत्सव 
 
 
झाँसी। हाल में बुंदेलखंड जैसे पिछड़े क्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल खजुराहो में सम्पन्न अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव में फ़िल्मी दुनिया के चमकते सितारों को लाकर रुपहले परदे जैसी चमक बिखेरने वाले राजा बुंदेला झाँसी में थे। राजा एक सुप्रसिद्ध अभिनेता होने के साथ ही बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाये जाने के आंदोलन के भी नायक हैं और फिलहाल उप्र सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त भी हैं। उनसे पहला ही प्रश्न खजुराहो फ़िल्म फेस्टिवल को लेकर किया गया जो बीते ज़माने की दिवंगत सुपरस्टार श्रीदेवी को समर्पित किया गया था। राजा बुंदेला ने कहा कि इस निर्णय के पीछे श्रीदेवी का परदे से पीछे उस रूप से भी परिचय कराना था जो उनके शानदार अभिनेत्री के पीछे छुप गया था। भावप्रवण अभिनेत्री, सुपरनायिका होने के साथ वे एक संवेदनशील व्यक्तित्व, जिम्मेदार पत्नी और माँ भी थी। सदमा फ़िल्म में उनकी भूमिका उस श्रीदेवी के कुछ हद तक दर्शन कराती है जो वे वास्तव में थी। खजुराहो फिल्मोत्सव बाकी अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल के मुकाबले किस प्रकार भिन्न है, इस सवाल के उत्तर में राजा बुंदेला कहते हैं कि यह फ़िल्म समारोह कई मायनों में बाकी फ़िल्म समारोहों से अलग है, यही इसकी विशिष्टता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का पर्यटक स्थल होने के बावजूद खजुराहो में एक भी सिनेमाघर नहीं था। खजुराहो फ़िल्म फेस्टिवल के लिए खासतौर पर टपरा टाकीजें बनाई जाती हैं और इनमें दुनिया भर की श्रेष्ठ फिल्मों का प्रदर्शन होता है। सात दिनों तक मप्र व केन्द्र सरकार के सहयोग से सांस्कृतिक मंच पर बुंदेली संस्कृति व परम्पराओं से दुनिया को परिचित कराया जाता है तो बड़े परदे के सितारों और निर्माता -निर्देशकों से बुंदेलखंड के रंगमंच के कलाकारों, उभरती अभिनय प्रतिभाओं से परिचित कराया जाता है और उनके सामने प्रतिभा प्रदर्शन का अवसर भी दिया जाता है। उदाहरणत: इस बार आशा पारेख, असरानी, अली खान, विजय कश्यप, एम के रैना, राकेश साहू, आरिफ शहडोली, गुलशन ग्रोवर जैसे अभिनेताओं, लेखकों व अभिनेताओं द्वारा अभिनय सहित फ़िल्म निर्माण की विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन कराया गया। राजा कहते हैं कि यह खजुराहो फ़िल्म महोत्सव की सफलता है कि अब बुंदेलखंड की अछूत और प्राकृतिक लोकेशनों पर मणिरत्नम, चंद्रप्रकाश द्विवेदी जैसे तमाम फिल्मकारों ने अपने प्रोजेक्ट शूट किये हैं। बुंदेला कहते हैं बुंदेलखंड में बालीवुड फिल्मों के निर्माण को प्रोत्साहन के लिए उप्र व मप्र सरकार को प्रस्ताव दिए गए हैं ताकि यहां अपनी फिल्मों की शूटिंग के लिए उन्हें सुविधाएं, प्रोत्साहन और आर्थिक मदद हेतु और अधिक प्रभावी नीतियों का निर्माण हो। इस बार फ़िल्म महोत्सव में गदर 2 के खलनायक मनीष बाधवा, गुजरे ज़माने की सुपरस्टार आशा पारेख, असरानी, श्रीदेवी के पति व निर्माता बोनी कपूर, एम के रैना, विजय कश्यप, अली खान, गुलशन ग्रोवर, असगर वज़ाहत, हरीश भीमानी, जया प्रदा आदि ने सहभागिता की। महोत्सव को सफल बनाने में राजा के प्रोडक्शन हाउस प्रयास प्रोडक्शन के अतिरिक्त रुद्राणी कलाग्राम और उसकी निदेशक जानी मानी अभिनेत्री सुष्मिता मुकर्जी, जगमोहन जोशी, जगदीश शिवहरे, डॉ आश्रय सिंह आदि का भी विशेष सहयोग रहता हैं।
Tags:

About The Author

Related Posts