धूल भरी आंधी और पानी से गेहूं की फसल पर प्रभाव पड़ेगा: मौसम विभाग
लखनऊ। शनिवार शाम के समय धूल भरी हवा के साथ बूंदाबांदी हुई। इसके पहले दोपहर दो बजे अचानक मौसम बदल गया। धूलभरी आंधी के साथ बारिश हुई। हजरतगंज, गोमतीनगर, चारबाग, अलीगंज समेत कुछ इलाकों में थोड़ी देर तक बारिश हुई। हालांकि,फिर धूप निकल आई। वहीं, केडी सिंह बाबू स्टेडियम जाने वाली सड़क पर पेड़ गिर गया। इसके चलते काफी देर तक जाम लगा रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक लखनऊ में धूप-छांव का खेल चलता रहेगा। लखनऊ में करीब 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली है। इससे ग्रामीण इलाकों में गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है। आने वाले दिनों में तापमान बढ़ेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने पहले ही रविवार शाम तक शहर में बादल छाए रहने और कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना जताई थी। इससे पहले शनिवार सुबह से तेज धूप निकली थी।
लेकिन दोपहर में मौसम बदल गया। न्यूनतम तापमान 18 डिग्री दर्ज किया गया। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर से लेकर मार्च-अप्रैल तक होने वाली गेहूं की फसल के लिए यह असमय बारिश नुकसानदायक है। इस समय गेहूं की बाली में दाना पड़ चुका है और पकने का सीजन चल रहा है। बारिश, ओले और आंधी से गेहूं की फसल गिरी तो दाना मजबूत नहीं होगा। इससे गेहूं की पैदावार कम होगा। दाने हल्के होंगे। दाना काला भी पड़ सकता है।
लखनऊ में आने वाले चार दिनों में न्यूनतम पर 20 डिग्री सेल्सियस पार कर जाएगा। वहीं, अधिकतम पर 37 डिग्री के ऊपर रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, शनिवार को पूर्वी यूपी के कुछ जिलों में बूंदाबांदी के साथ बारिश भी हो सकती है। इस बीच हवाएं भी चलती रहेंगी। मार्च के अंतिम दिनों में लू के साथ में वार्म डे का असर देखने को मिलेगा।
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