जब डूब गई फसल तब जागे जिम्मेदार, बंद किया माइनर में पानी
सिंचाई विभाग की बछगांव माइनर की टेल टूटने से जलमग्न हो गई थी 100 हैक्टेअर से अधिक फसल
मथुरा। जब किसानों की बडे रकबा में फसल जलमग्न हो गई तब जिम्मेदारों को अपनी लापरवाही का अहसास हुआ और माइनर का पानी बंद करा दिया। अब किसानों की कोई सुनने को तैयार नहीं है। सौंख क्षेत्र के बछगांव में किसानों के मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सैकड़ों किसान बरसात के पानी की निकासी नहीं होने के चलते खातों में फसल नहीं ले पा रहे हैं तो जिन किसानों के खोतों में पानी नहीं था उन किसानों को सिंचाई विभाग की लापरवाही ने रूला दिया। प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता और बछगांव माइनर में लगातार चल रहे पानी ने किसानों में आक्रोश पैदा कर दिया है।
किसान खेत की बुवाई और प्रशासनिक अधिकारी खेतों से जल निकासी की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। बछगांव माइनर की टेल सौंख के नजदीक आकर समाप्त होती है। पिछले रविवार को माइनर में पानी आ जाने और माइनर के ओवरफ्लो हो जाने से माइनर की टेल के समीप बने खेतों में जलभराव हो गया। इससे किसानों की बुवाई की लागत पूरी तरह मिट्टी में मिल गई। किसानों का कहना है कि कई बार स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
इस बारे में किसान राजेश उर्फ खौना चौधरी ने बताया कि बछगांव माइनर के ओवरफ्लो हो जाने से करीब दो सौ बीघा कृषि योग्य भूमि प्रभावित हुई है। किसान त्रस्त हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। इस बारे में सिंचाई विभाग गोवर्धन के एसडीओ नवीन शर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। माइनर की टेल को किसी ने काट दिया था। इससे पानी खेतों में चला गया। मामले की जानकारी होते ही दो दिन पहले बछगांव माइनर में पानी बंद करा दिया है। माइनर से कोई पानी अब खेतों में नहीं जा रहा है।
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