रुक्मणी विवाह, सुदामा चरित्र की कथा सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु
बस्ती। हरैया ब्लॉक के समौड़ी गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन कथा व्यास पं. राजेश पाण्डेय ने रुक्मणी विवाह और सुदामा चरित्र की कथा सुनाई। कथा सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए। कथा व्यास ने कहा कि रुक्मणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी जी का अवतार थीं। राजा भीष्म ने लक्ष्मी को पुत्री के रूप में प्राप्त किया, लक्ष्मी तो सभी को किसी न किसी रूप में प्राप्त हैं जैसे धन,पद, प्रतिष्ठा आदि। लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि अपनी लक्ष्मी को राजा भीष्म की तरह नारायण से जोड़ता कौन है। रावण, कंस, दुर्योधन जैसे लोगों ने अपनी लक्ष्मी को मांस, मदिरा, जुआ, दुराचार जैसे कुकर्मों से जोड़ा जिसके कारण उनका समूल नाश हो गया।
कृष्ण सुदामा मिलन की कथा का वर्णन करते हुए कथा व्यास ने कहा कि पति यदि धन,संपत्ति, सुख, सुविधा दे और पत्नी ऐसे पति की सेवा करे तो इसमें आश्चर्य क्या है। धन्य है सुदामा की पत्नी सुशीला जिन्होंने भूखे रहकर भी दरिद्र पति को भी परमेश्वर मानकर सेवा करती रही। भगवान श्री कृष्ण ने जो संपत्ति कुबेर के पास भी नहीं है उसे सुदामा को दिया। सारा विश्व श्रीकृष्ण का वंदन करता है और वे एक दरिद्र ब्राम्हण और उनकी पत्नी सुदामा का वंदन करते हैं। सुदामा ने ईश्वर से निरपेक्ष प्रेम किया तो उन्होंने सुदामा को अपना लिया और अपने जैसा वैभवशाली भी बना दिया। कथा को विश्राम देते हुए कथा व्यास ने कहा कि सतकर्म का कोई अन्त नही, कथा सुनकर जीवन में उतारोगे तो ही श्रवण सार्थक होगा।
इस दौरान मुख्य यजमान राम सुमति मिश्र, सीता देवी, राम प्यारे मिश्र, पंकज मिश्र, जय प्रकाश शुक्ल, प्रमोद शुक्ल बब्बू, बब्बन शुक्ल, हिमांशु त्रिपाठी, देवेंद्र नाथ मिश्र बाबू जी, धीरेन्द्र नाथ मिश्र, श्रीनाथ मिश्र, सुरेंद्र नाथ मिश्र, नन्द कुमार मिश्र, माधव दास ओझा, इंद्रा ओझा, मंटू पाण्डेय, चंद्र भाल शुक्ल, अंबिका प्रसाद ओझा, रामफूल मिश्र, उमेश मिश्र, चन्द्र प्रकाश मिश्र, पशुपतिनाथ शुक्ल, विश्व प्रकाश मिश्र, राम जियावन शुक्ल, राधा मोहन मिश्र, लालजी मिश्र, अशोक कुमार मिश्र, महेंद्र कुमार मिश्र, पवन शुक्ल, गणेश शुक्ल, सुभाष मिश्र, दिवाकर पाण्डेय, रामप्रसाद मिश्र, विजय मिश्र, चंद्रमणि मिश्र, प्रेम शंकर ओझा, जगदम्बा ओझा, ओंकार यादव, राधिका चौधरी, भरत, संतोष मिश्र, रवीश कुमार मिश्र, वेद प्रकाश मिश्र, उत्तम मिश्र, सतीश शुक्ल लायक, हरीश, शिवम, गोपाल, रत्नेश, प्रभात, राम, अत्रय, बाबूलाल, लल्लू सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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