पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में तीन भारतीय नागरिकों की मौत
By Tarunmitra
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नई दिल्ली। भारतीय सेना के हवाले से एजेन्सी ने बताया है कि कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में तीन भारतीय नागरिकों की मौत हुई है.
वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ़ चौधरी ने बीबीसी को बताया कि भारत के हमले में दो बच्चों सहित सात लोगों की मौत हुई है.
शरीफ़ चौधरी ने कहा कि हमलों में एक मस्जिद सहित कई स्थानों को निशाना बनाया गया.
भारत के हमले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को इसका जवाब देने का पूरा अधिकार है.
भारत के हमले पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि हम स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं.
मार्को रुबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "मैं भारत और पाकिस्तान की स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा हूँ."
उन्होंने आगे लिखा, "मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस टिप्पणी से सहमत हूँ कि ये जल्द ही खत्म हो और शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व दोनों के साथ बातचीत जारी रखेगी."
वहीं, कुछ देर पहले ही पाकिस्तानी सेना ने बीबीसी को बताया है कि भारत के हमले में दो बच्चों समेत सात लोगों की मौत हो गई है.
दूसरी ओर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने कहा है कि पाकिस्तान को भारतीय हमले का निर्णायक रूप से जवाब देने का पूरा अधिकार है.
दो परमाणु संपन्न देशों भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है.
भले ही बीते कुछ दिनों से अंदेशा जताया जा रहा था कि भारत पाकिस्तान के ख़िलाफ़ किसी तरह की सैन्य कार्रवाई कर सकता है, लेकिन जिस पैमाने पर ये हमले किए गए, उसने कई लोगों को हैरान कर दिया है.
भारत का कहना है कि उसने पाकिस्तन की जिन जगहों पर बमबारी की है, उनमें कुछ चरमपंथियों से जुड़ी थीं और उनका निशाना पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने नहीं थे.
पाकिस्तान ने कहा है कि वो जवाबी कार्रवाई करेगा. कार्रवाई के स्वरूप पर ही भारत की आगे की प्रतिक्रिया भी निर्भर करेगी.
दोनों ही देशों को लगता है कि वो तनाव को बढ़ने से रोक सकते हैं, लेकिन हालात गंभीर हैं और ये अनुमान लगाना मुश्किल है कि सैन्य संघर्ष अब किस दिशा मे बढ़ेगा.
पूर्व में अमेरिका और दूसरे अन्य देश भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की कोशिशें करते रहे हैं.
ऐसे में ट्रंप प्रशासन, जिसका ध्यान फ़िलहाल दूसरे वैश्विक मुद्दों पर है, वो दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए क्या और कितनी जल्दी क़दम उठाएगा ये देखना होगा.
इस बीच दोनों देशों के नेता अपने नागरिकों को यही दिखाना चाहेंगे कि उन्होंने निर्णायक क़दम उठाया है और कामयाब हुए हैं. लेकिन हालात कभी भी क़ाबू से बाहर हो सकते हैं.
भारत के "ऑपरेशन सिंदूर" शुरू किए जाने के बाद कई एयरलाइंस ने ट्रैवल एडवाइज़री जारी की है.
एयर इंडिया, स्पाइसजेट और इंडिगो ने ट्रैवल एडवाइज़री जारी कर कई क्षेत्रों की उड़ानें प्रभावित होने की जानकारी दी है.
एयर इंडिया ने एक्स पर पोस्ट किया, "मौजूदा स्थिति को देखते हुए, एयर इंडिया ने 7 मई को दोपहर 12 बजे तक जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट से आने-जाने वाली अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं."
एयरलाइन ने आगे जानकारी दी, "अमृतसर जाने वाली दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को दिल्ली की ओर मोड़ा जा रहा है."
स्पाइसजेट ने पोस्ट किया, "मौजूदा स्थिति के कारण, धर्मशाला, लेह, जम्मू, श्रीनगर और अमृतसर सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हवाई अड्डे अगले आदेश तक बंद किए गए हैं."
इंडिगो ने एक्स पर पोस्ट किया, "हवाई क्षेत्र की बदलती परिस्थितियों के कारण, श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़ और धर्मशाला से आने-जाने वाली हमारी उड़ानें प्रभावित हुई हैं."
तीनों ही एयरलाइंस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी फ्लाइट का स्टेटस चेक करके ही एयरपोर्ट पहुंचें.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने दावा किया है कि भारत ने आम नागरिकों को निशाना बनाया है.
ख़्वाजा आसिफ़ ने बीबीसी उर्दू से कहा, "देखिए, वो (भारत) ये दावा कर रहे हैं कि उन्होंने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. मैं अंतरराष्ट्रीय मीडिया से कहूंगा कि वे सारे पक्ष खुद आकर देख लें कि ये आतंकी ठिकाने थे या सिविल आबादी थी, जिसमें हमारी दो मस्जिदें भी थीं.
"एक बच्चा शहीद हुआ है. एक ख़ातून शहीद हुई हैं. मेरे पास ताज़ा आंकड़ा नहीं है शहादतों का, लेकिन ये सभी सात टारगेट जिनकी पुष्टि हुई है, इनमें से दो कश्मीर में और पांच पाकिस्तान में हैं. ये सभी टारगेट सिविल आबादी पर थे."
पाकिस्तानी सेना ने भी बीबीसी से पुष्टि की है कि भारत के हमले में दो बच्चों समेत सात लोगों की मौत हो गई है.
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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है।
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