पुण्य तिथि पर चित्रांश क्लब ने स्वामी विवेकानन्द को किया नमन्
बस्ती - चित्रांश क्लब द्वारा शुक्रवार को कम्पनीबाग के निकट स्थित रमा टेक्निकल कॉलेज के परिसर में जिलाध्यक्ष प्रकाश मोहन श्रीवास्तव के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में स्वामी विवेकानन्द को उनकी 123 वीं पुण्यतिथि पर याद किया गया।
क्लब संस्थापक राजेश चित्रगुप्त, रत्नाकर श्रीवास्तव, अजय कुमार श्रीवास्तव, जी रहमान ने स्वामी विवेकानन्द के योगदान पर विस्तार से प्रकाश डालते हुये कहा कि स्वामी विवेकानन्द महज 39 साल जिए, पर इस दौरान हजारों वर्षों का काम कर गए. उन्होंने भारत को आध्यात्मिक रूप से जागृत किया। परेशानियों और मुसीबतों के पहाड़ के बीच उनका जीवन बीता। अभावों में पैदा हुए और आजीवन इससे घिरे रहे. वे जब तक जीए बीमारियों से जूझते रहे. कहते हैं पूरे जीवन में उन्हें 31 तरह की बीमारियां हुई। पर उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की. छोटी उम्र में चौकाने वाले काम जरूर करते गए. वे असाधारण व्यक्तित्व के धनी थे। युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये।
क्लब अध्यक्ष प्रकाश मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि जब भारत कई टुकड़ों में विभाजित था, भूखमरी, महामारी से देश के अनेक हिस्से प्रभावित थे, उस समय युवा सन्यासी ने देश को ऊर्जा देने के साथ ही शिकागो के भाषण से विश्व में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई। वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम प्रकाश शर्मा ने कहा कि अपने गुरु स्वामी रामकृष्ण के निधन के बाद विवेकानंद के जीवन में नया मोड़ आ गया। 25 वर्ष की अवस्था में उन्होंने गेरुआ वस्त्र पहन लिया, पैदल ही पूरे भारतवर्ष की यात्रा की।
कार्यक्रम में अतुल श्रीवास्तव, दद्दुल, फूल कुमार,नरेन्द्र कुमार, मुकेश यादव, अयाज खान, जूही गुप्ता, अंशिका, नेहा, शुभम आदि ने स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन् किया।
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