त्रिनिदाद- टोबैको पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए की घोषणा

कहा- त्रिनिदाद में भारतीय मूल के लोगों की छठी पीढ़ी को ओसीआई कार्ड जारी किए जाएंगे

त्रिनिदाद- टोबैको पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए की घोषणा

  • भारत गिरमिटिया विरासत को पोषित करने को कई पहल कर रहा

पोर्ट ऑफ स्पेन/ नयी दिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद- टोबैगो में भारतीय समुदाय के लोगों के अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित और पोषित करने के मजबूत इरादों की सराहना करते हुए कहा है कि इस देश में उनकी यात्रा साहस और परिश्रम की गाथा है। पांच देशों की यात्रा के दूसरे चरण में गुरुवार देर रात घाना से त्रिनिदाद- टोबैको पहुंचे  मोदी ने यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए घोषणा की कि इस देश में भारतीय मूल के लोगों की छठी पीढ़ी को ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया यानी ओसीआई कार्ड जारी किए जाएंगे।

कार्यक्रम में  मोदी का स्वागत करते हुए त्रिनिदाद-टोबैगो के प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने उन्हें देश सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफत्रिनिदाद एवं टोबैगो से सम्मानित करने की घोषणा की।  मोदी ने इस अवसर पर भारतीय समुदाय के दृढ इरादों के लिए उनकी सराहना की तथा उनके साथ संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अब त्रिनिदाद - टोबैगो में भारतीय मूल के लोगों की छठी पीढ़ी को ओसीआई कार्ड जारी किए जाएंगे। भारतीय समुदाय के लोगों ने इसका जोरदार तालियों से स्वागत किया। मोदी ने प्रधानमंत्री बिसेसर को उनकी गर्मजोशी और दोनों देशों के बीच जीवंत तथा विशेष संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। 

उन्होंने कहा कि त्रिनिदाद- टोबैगो अपने तटों पर भारतीय प्रवासियों के पहले आगमन की 180वीं वर्षगांठ मना रहा है और इस मौके पर उनकी यह ऐतिहासिक यात्रा और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।  मोदी ने भारतीय प्रवासियों की उनके लचीलेपन, सांस्कृतिक समृद्धि तथा त्रिनिदाद - टोबैगो में उनके अपार योगदान की प्रशंसा की। उन्होंंने कहा कि यह सराहनीय है कि त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासी अपनी भारतीय सांस्कृतिक जड़ों और परंपराओं को संरक्षित और पोषित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह इन लोगों के साहस और परिश्रम की गाथा है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत गिरमिटिया विरासत को पोषित करने के लिए कई पहल कर रहा है। 

उन्होंने बुनियादी ढांचे, डिजिटल प्रौद्योगिकियों, विनिर्माण, हरित मार्गों, अंतरिक्ष, नवाचार और स्टार्ट-अप के क्षेत्र में भारत के तेजी से विकास और परिवर्तन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में भारत ने समावेशी विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण प्रगति की है और 25 करोड़ से अधिक लोगों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाला है। भारत की विकास कहानी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि देश जल्द ही दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा।  मोदी ने कहा कि कृत्रिम बुद्धि (एआई), सेमीकंडक्टर और क्वांटम कंप्यूटिंग पर राष्ट्रीय मिशन देश के विकास के नए इंजन बन रहे हैं। 

भारत में यूपीआई आधारित डिजिटल भुगतान की सफलता का जिक्र करते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि त्रिनिदाद- टोबैगो में इसे अपनाना समान रूप से उत्साहजनक होगा। भारत के सदियों पुराने दर्शन वसुधैव कुटुम्बकम, जिसका अर्थ है कि दुनिया एक परिवार है का हवाला देते हुए उन्होंने प्रगति और राष्ट्र निर्माण की दिशा में त्रिनिदाद- टोबैगो को निरंतर समर्थन देने की पेशकश की। इस समारोह में चार हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया तथा महात्मा गांधी सांस्कृतिक सहयोग संस्थान तथा अन्य संगठनों के कलाकारों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रम में  बिसेसर के अलावा उनके मंत्रिमंडल के सदस्य, संसद सदस्य और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।

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