रिटायर्ड एलआईसी अधिकारी से साइबर ठगी
पुराने सामान के बदले पैसे देने की बात देकर ठगी की
- डीसीपी उत्तरी ने नहीं उठाया फोन अलीगंज क्षेत्र का मामला
लखनऊ। अलीगंज इलाके में रहने वाले रिटायर्ड एलआईसी अधिकारी साइबर ठगी का शिकार हो गए। उनकी नातिन उनका फोन इस्तेमाल कर रही थी। सोशल मीडिया पर ओएलएक्स पर पुराना सामान बेंचने के बदले पैसे मिलने का विज्ञापन देखा। उससे प्राप्त हुए नंबर से उनकी पोती ने सम्पर्क किया। नातिन ने पुराने कपड़ो की तस्वीरें भेजी। पैसा भेजने के बहाने साइबर ठग ने बैंक की डिटेल्स हासिल कर ली। साइबर ठग ने कई बार में लगभग बयासी हजार रूपये निकाल लिए,ठगी का एहसास होने पर नातिन ने परिचित अभिनव पांडेय को फोन किया।
अभिनव पांडेय ने बैंक के टोलफ्री नंबर पर फोन करके बैंक का खता फ्रीज करा दिया। रतन लाल का कहना है कि उन्होंने मामले की जानकारी डीसीपी उत्तरी गोपाल कृष्ण चौधरी को देनी चाही लेकिन उनका सीयूजी नंबर कई बार मिलाने पर भी नहीं उठा। अभिनव ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक़ अलीगंज इलाक़े के इंद्र विहार इलाक़े में रतनलाल रहते हैं। रतनलाल एलआईसी के एडीएम पद सेवानिवृत्त हुए हैं। रतनलाल ने बताया वह अपनी पत्नी विमला कुमारी और नातिन दिव्या के साथ रहते हैं। रतनलाल ने बताया कि सोमवार दोपहर एक बजे उनकी नातिन को उनके मोबाईल पर ओएलएक्स का एक लिंक आया। जिसमे पुराने सामान के बदले पैसे मिलने की जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि उनकी नातिन को उस लिंक से एक व्हाट्सएप नंबर 6200801076 नंबर मिला। जिसपर उसने पुराने सामान की तस्वीर भेजी।
उन्होंने बताया साइबर ठग ने पैसा भेजने के बहाने उनकी नातिन से बैंक की जानकारी हासिल कर ली। इस दौरान उसने कई बार में बयासी हजार रूपये निकाल लिए गए। ठगी का शिकार महसूस करने पर दिव्या ने अपने रिश्ते में मामा अभिनव पांडेय को फोन करके मामले की जानकारी दी। जिसके बाद अभिनव पांडेय ने मौके पर पहुँच कर बैंक अकाउंट ब्लॉक करा दिया और पुलिस को इसकी जानकारी दी। हलांकि पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
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