प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजनान्तर्गत कार्यशाला का आयोजन 2 फरवरी को

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजनान्तर्गत कार्यशाला का आयोजन 2 फरवरी को

जगदलपुर। भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय द्वारा पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों की सहायता के लिये प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना प्रारंभ किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को कौशल प्रशिक्षण, उपकरण, विपणन समर्थन एवं वित्तीय सहायता प्रदान किया जाना है। योजना के तहत् 18 परंपरागत व्यवसाय जैसे बढ़ई, नाव बनाने वाला, अस्त्रकार, लोहार, लोहे के औजार निर्माता, ताला साज, सोनार, कुम्हार, मूर्तिकार, चर्मकार (जूते बनाने वाला), राज मिस्त्री, टोकरी एवं झाडू-चटाई एवं पैरदान बनाने वाला, खिलौना बनाने वाला, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, मछली जाल निर्माण करने वाला इत्यादि को लाभन्वित किया जाना है। इस योजना के तहत उद्यम विकास ऋण एक लाख रुपये (प्रथम किश्त) व दो लाख रुपये (द्वितीय किश्त) हितग्राहियों को 05 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण सहायता भी उपलब्ध कराई जायेगी। योजना के प्रचार-प्रसार एवं पात्र हितग्राहियों के ऑनलाईन पंजीयन हेतु 02 फरवरी शुक्रवार को 11 बजे से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बस्तर चेम्बर ऑफ कॉमर्स भवन जगदलपुर में किया गया है। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र जगदलपुर से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजनान्तर्गत लाभान्वित होने के लिए पात्र एवं इच्छुक आवेदक स्वयं का आधार कार्ड, बैंक पासबुक तथा आधार से लिंक मोबाईल नंबर के साथ 02 फरवरी को बस्तर चेम्बर ऑफ कॉमर्स भवन जगदलपुर में उपस्थित होकर अपना पंजीयन करवा सकते हैं, पंजीयन पूर्णत: नि:शुल्क है।



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