बदलते मौसम के साथ आयुर्वेद की तरफ बढ़ा मरीजों का रुझान
प्रतापगढ़- मौसम बदलने के साथ ठंडक बढ़ने लगी है । इस मौसम में सेहत का खास ख्याल रखने की आवश्यकता होती है। इसके लिए सबसे पहले खानपान मौसम के अनुरुप करना चाहिए. चूंकि ठंड बढ़ते ही इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है. ऐसे में कुछ ऐसा खाना चाहिए जिससे सर्दियां मजे में कट सके। राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय छितपालगढ़ के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा अवनीश पाण्डेय के अनुसार बदलते मौसम में सर्दी, खांसी एवं जोड़ों के दर्द के रोगियों की संख्या बढ़ी है। इसके लिए दवा के साथ साथ रोगियों को स्वस्थ जीवनशैली के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
चिकित्सालय में योग वेलनेस सेंटर के योग प्रशिक्षक द्वारा नियमित योग क्लास लगायी जा रही और विद्यालय में छात्रों को भी योग अभ्यास कराया जा रहा है।सर्दी के मौसम में पाचन के लिए काली मिर्च उपयोगी है। सुबह की चाय में दालचीनी का प्रयोग फायदेमंद हो सकता है। काली मिर्च, हल्दी और दालचीनी जैसे मसालों का उपयोग करना चाहिए। शीतलहर से बचाव के लिए विशेष सावधानी रखें।गर्म कपड़े, उनी कपड़े पहने।
नियमित रूप से तरल पदार्थों का सेवन करें, शरीर का तापमान संतुलित रखने के लिए स्वास्थ्यवर्धक सुपाच्य भोजन करें, हरी सब्जी एवं मौसमी फल का सेवन करें।सरसो, बथुआ, मेथी और चने के साग सेहत के लिए अच्छा होता है। तिल एवं देसी गुड़ से बने पदार्थ लें।बाजरे की रोटी, रागी का हलुवा जैसे मिलेट्स का प्रयोग फायदेमंद है।वात बढ़ने से शरीर में रुक्षता रहती है।तेल से मालिश करें, नियमित व्यायाम करें।सर्दी लगने, सांस सम्बन्धी परेशानी होने पर एवं मधुमेह एवं ब्लड प्रेशर के मरीज अपना विशेष ध्यान रखते हुए नियमित चिकित्सक से परामर्श लेते रहें।