पूरब से पश्चिम तक नदियां की उफान पर, गांव के गांव जलमग्न
By Tarunmitra
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नइ्र दिल्ली। उत्तर-पश्चिम भारत से लेकर मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत तक भारी बारिश और बाढ़ से आफत आई है। उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश और ओडिशा से लेकर असम तक कम से कम 19 नदियां उफान पर हैं और इसके कारण कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है। भारी बारिश से नगालैंड में तीन और ओडिशा में दो लोगों की जान चली गई है। हिमाचल प्रदेश में पिछले हफ्ते बादल फटने के बाद से लापता 30 लोगों के जिंदा मिलने की उम्मीद धीरे-धीरे धूमिल होती जा रही है। बादल फटने के बाद से बंद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बहाल कर दिया गया है, लेकिन टिहरी, उत्तरकाशी और चमोली में मूसलाधार बारिश की वजह से भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। वहीं, अगले कुछ दिनों में पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में भारी बारिश होने की संभावना है जिससे बाढ़ की स्थिति और खराब हो सकती है।
इस हफ्ते जमकर बरसेंगे मेघ
मौसम विभाग के अनुसार, इस पूरे हफ्ते देश भर में जमकर बरसात होगी। 13 जुलाई तक पूर्वी राजस्थान, 10 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 9 जुलाई तक पश्चिमी राजस्थान, 8-10 जुलाई के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल के गंगा के किनारे और उसके आसपास के क्षेत्रों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। इसके प्रभाव से 10 जुलाई तक बंगाल, झारखंड, ओडिशा, सिक्किम और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा कोंकण, आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक में भी विभिन्न स्थानों पर बौछारें पड़ सकती हैं।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्लूसी) के अनुसार, असम में धनसिरी (दक्षिण) नदी गोलाघाट और नुमलीगढ़ और दिखो नदी शिवसागर जिले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और गंभीर बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। असम में सात नदियों ने विभिन्न जगहों पर खतरे के निशान को पार कर दिया है। उत्तर प्रदेश में चार, बिहार और ओडिशा में दो-दो और मध्य प्रदेश में एक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इनके किनारे वाले कई जगहों पर गंभीर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उत्तर प्रदेश में घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज और अयोध्या में, गंगा नदी फर्रुखाबाद और बदायूं में चेतावनी स्तर को पार कर लिया है। बिहार में बूढ़ी गंडक और कोसी नदियों का जल स्तर भी लगातार बढ़ रहा है।
बदरीनाथ राजमार्ग पर फिर गिरा मलबा
उत्तराखंड में भारी बारिश से रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी ने रौद्र रूप ले लिया है। मौसम विभाग ने टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में विभिन्न जगहों पर मंगलवार को भी भूस्खलन को लेकर चेतावनी जारी की है। कई दिनों के बाद बदरीनाथ राजमार्ग को बहाल कर दिया गया। लेकिन सोमवार को उमट्टा में फिर मलबा गिरने से राजमार्ग तीन घंटे बाधित रहा और लंगासू में 40 वाहनों को रोकना पड़ा। बाद में मलबा हटाने के बाद वाहनों का आगे जाने दिया गया। लद्दाख के लेह जिले में भूस्खलन के बाद खालसर-श्योक बेल्ट में फंसे दो नागरिकों को सीमा सड़क कार्य बल (बीआरटीएफ) ने सुरक्षित निकाल लिया है।
थुनाग में जल का संकट
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के थुनाग, गोहर और करसोग में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण लापता हुए 30 लोगों की तलाश जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी और होमगार्ड के लगभग 250 जवान खोज अभियान में लगे हैं। डॉग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है। बाढ़, बारिश और भूस्खलन के चलते विभिन्न जगहों पर फंसे 494 लोगों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। थुनाग में गंभीर जल संकट पैदा हो गया है, क्योंकि हाल ही में बादल फटने और बाढ़ के कारण स्वच्छ जल निकालने और आपूर्ति करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मशीनरी, पानी की पाइपें और ट्रांसफार्मर बह गए हैं।
नगालैंड में हवाई सेवा बाधित
नगालैंड में पिछ कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। इसके चलते दीमापुर के रिहायशी इलाकों में पानी भरने से घर में ही करंट लगने से तीन लोगों की मौत हो गई है, जिसमें एक महिला भी है। दीमापुर एयरपोर्ट पर बारिश के कारण रनवे के डूब जाने से रविवार को विमान सेवा स्थगित करनी पड़ी। इंडिगो और एअर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ाने रद्द कर दी गईं। राष्ट्रीय राजमार्ग 29 पर वाहनों की आवाजाही भी बाधित हुई है। असम में लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में भूस्खलन के कारण पटरियां अवरुद्ध होने से त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम और दक्षिणी असम की ओर जाने वाली रेल सेवाएं बाधित हो गई हैं।
ओडिशा में दो, झारखंड में एक की मौत
भारी बारिश के कारण ओडिसा के नौपाड़ा जिले में एक पॉल्ट्री फार्म की दीवार गिर जाने से दो महिलाओं की मौत हो गई और आठ साल की एक बच्ची घायल हो गई। झारखंड के रांची में भारी बारिश के कारण घर गिर जाने से एक बच्चे की मौत हो गई। बच्चा अपने माता-पिता के साथ अपने कच्चे मकान में सो रहा था। बारिश के चलते रात में अचानक घर गिर गया। स्थानीय लोगों ने परिवार को निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां बच्चे को नहीं बचाया जा सका।
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