वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर अल्टीमेटम
कहा पसमांदा मुसलमानों के साथ धोखा कतई बर्दाश्त नहीं
लखनऊ। पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने वक्फ संशोधन विधेयक को मुसलमानों की संपत्तियों पर सरकारी कब्जे की साजिश करार देते हुए इसे पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने यह विधेयक जबरन लागू करने की कोशिश की,तो पसमांदा मुसलमान इसके खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ने के लिए मजबूर होंगे।
अनीस मंसूरी ने इस विधेयक पर गंभीर आपत्ति जताते हुए कहा " वक्फ संपत्तियां गरीब मुसलमानों की भलाई के लिए हैं। यह हमारे बुजुर्गों की दी गई अमानत है, जिस पर किसी भी सरकार का अधिकार नहीं हो सकता। लेकिन अब सरकार इन संपत्तियों को अपने नियंत्रण में लेने की योजना बना रही है। हम इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे।"
"सरकार हमारी जमीनों पर कब्जा करना चाहती है"
अनीस मंसूरी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों की कीमत लाखों करोड़ों रुपये में है, और अब सरकार इन संपत्तियों पर अपना नियंत्रण स्थापित करना चाहती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह कानून बना, तो धीरे-धीरे गरीब मुसलमानों के लिए छोड़ी गई संपत्तियां सरकार के हाथों में चली जाएंगी, और वे उनका मनमाना इस्तेमाल कर सकेंगे।
उन्होंने कहा "पहले हमारी शिक्षा छीनी गई, हमारे रोजगार खत्म किए गए, और अब हमारी संपत्तियों पर भी कब्जा करने की साजिश हो रही है। पसमांदा मुसलमानों को इसका सबसे बड़ा नुकसान होगा, क्योंकि वक्फ संपत्तियां सबसे अधिक हमारे समाज की भलाई के लिए हैं।"
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