निकायों में स्वच्छता पहले से बेहतर, अभी मंजिल बाकी: एके
नगर विकास मंत्री ने डेडीकेटेड कमॉन्ड एंड कन्ट्रोल सेन्टर पर उत्कृष्टों को किया सम्मानित
- नौ नगर निगमों व नगर पालिका परिषदों व आठ नगर पंचायतों को मिला राज्य स्तरीय पुरस्कार
- निकाय कार्यों की लाइव मॉनिटरिंग को एआई कैमरे लगाने के निर्देश
लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रदेश के नगरीय निकायों में स्वच्छता व साफ-सफाई की अच्छी शुरूआत हुई हैं लेकिन अभी मंजिल तक पहुचना बाकी हैं। बोले कि अपने निकायों को वैश्विक स्तर के मापदण्डों के अनुरूप बनाना हैं। उन्होंने कहा कि विभाग की जिम्मेदारी मिलने के 05 दिन के अन्दर ही डीसीसीसी की व्यवस्था संचालित की गयी, जिसके अच्छे परिणाम आयें हैं।
उन्होंने निकाय कार्यों की लाइव मॉनिटरिंग के लिए सभी जिला मुख्यालय वाले निकायों में एआई आधारित कैमरे स्थापित करने के निर्देश दिये। लोगों को प्रापर्टी के म्यूटेशन, जन्म-मृत्यु, निवास व अन्य प्रमाण पत्रों संबंधी कार्य समय से हो, सभी निकायों में 03 महिने के अन्दर वन-डे गवर्नमेंट सेन्टर शुरू किये जाये, इसके पश्चात प्रत्येक जोन में भी यह सेन्टर संचालित किये जायेंगे। इस प्रकार के सेन्टर प्रदेश में प्रयागराज तथा गुजरात में सूरत व अहमदाबाद में संचालित हैं।
नगर विकास मंत्री एके शर्मा शुक्रवार को निकाय निदेशालय में डेडीकेटेड कमॉन्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर (डीसीसीसी) के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में बेहतर कार्य करने वाले निकायों एवं कार्मिकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने डीसीसीसी को मुख्यालय स्तर से संचालित करने वाले नोडल अपर निदेशक डॉ. असलम अंसारी व मैनेजर प्रवीन श्रीवास्तव के कार्यों की सराहना की।
मंत्री ने देवरिया, ललितपुर, अमरोहा, दादरी, आजमगढ़, कानपुर व गोरखपुर के डीसीसीसी सेन्टर की लाइव मॉनिटरिंग भी की और देवरिया के कन्ट्रोल रूम को प्रदेश का सबसे अच्छा कन्ट्रोल रूम बताया, जो सभी निकायों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा। सफाई मित्र सुरक्षा के लिए नगर निगम में गोरखपुर को प्रथम, फिरोजाबाद को द्वितीय और गाजियाबाद को तृतीय पुरस्कार, नगर पालिका परिषद में पिलखुआ को प्रथम, शाहबाद को द्वितीय और बिलारीगंज को तृतीय पुरस्कार तथा नगर पंचायत में बेनीगंज को प्रथम, छपरौली को द्वितीय पुरस्कार मिला।
स्वच्छता जनभागीदारी के लिए नगर निगम में लखनऊ को प्रथम, प्रयागराज को द्वितीय और आगरा को तृतीय पुरस्कार, नगर पालिका परिषद में अमरोहा को प्रथम, गोला गोकर्णनाथ को द्वितीय और सम्भल को तृतीय पुरस्कार, नगर पंचायत में धौरहरा को प्रथम, कछौना पटसेनी को द्वितीय और पुवायां को तृतीय पुरस्कार मिला है
नाली सफाई का टेंडर नहीं निकालने पर बिफरे!
प्रमुुख सचिव को निर्देशित किया कि निकायों में बरसात से पहले सभी कूड़ा स्थल (जीवीपी) खत्म किये जाये। नाले-नालियों की सफाई का अभी तक टेन्डर न निकाले जाने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शहरों के व्यवस्थापन में नया प्रयोग किया जाये प्रत्येक चौराहा, पार्क, अमृतसरोवर, सार्वजनिक स्थल, सड़कों को स्वच्छ व सुदंर बनाया जाये। निकाय कार्मिकों की कार्यशैली में जरूरत के अनुसार बदलाव होना चाहिये, नहीं तो कहीं से भी गड़बड़ी की शिकायत आने पर सख्त कार्रवाई होगी।
लखनऊ में यूपी दर्शन पार्क, प्रयागराज में शिवालय पार्क जैसे बनाये गये हैं, कहा कि सभी के प्रयासों से नगरी निकायों में जहां पहले 2500 करोड़ रुपए की राजस्व वसूली होती थी अब वह 44.50 प्रतिशत की वृिद्ध के साथ 5568 करोड़ रुपए हो गयी है।
दुबई से वर्चुअली जुड़कर की सराहना!
इस अवसर पर कानपुर निवासी दुबई से वर्चुअल जुड़े गौरव खन्ना ने मंत्री जी द्वारा संचालित की जा रही व्यवस्थाओं की सरहाना की। उन्होंने कहा कि मुस्कराइये की आप लखनऊ में हैं, को चरितार्थ किया जा रहा है। मोदी नगर से स्वच्छता की ब्रॉन्ड अम्बेसडर अनुप्रीत कौर, आर्य कन्या डिग्री कॉलेज की सहायक प्रोफेसर श्वेता यादव ने भी मंत्री जी के कार्यों की सरहाना की और उन्होंने स्वच्छता के लिए खासतौर से यूवाओं को जागरूक करने के लिए कहा।
नगरीय निकायों में साफ-सफाई, स्वछता अभियानों एवं अन्य कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग के लिए तकनीकी आधारित डेडीकेटेड कमॉन्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर (डीसीसीसी) की शुरूआत 04 अप्रैल, 2022 को निकाय निदेशालय में की थी। सभी 762 निकायों में सुबह 05:00 बजे से 09:00 बजे तक होने वाली नियमित सफाई की 365 दिन अधिकारियों द्वारा लाइव मॉनिटरिंग की जाती है।
डीसीसीसी सेन्टर सभी 75 जिलों और निगरीय निकायों में संचालित हैं। इसके तहत टोल फ्री नंबर 1533 संचालित हैं, जिस पर लोग निकायों से संबंधित कार्यों की शिकायत कर समाधान पा सकते हैं।
टिप्पणियां