मथुरा से पकड़े गए 90 बांग्लादेशी
12 वर्ष पहले अवैध रूप से भारत में घुसे थे
- चार वर्ष पूर्व सेवाकुंज मंदिर से पकड़े गए थे दो बांग्लादेशी नागरिक
मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिेले के नौहझील थाना क्षेत्र में दो ईंट-भट्ठों पर काम कर रहे 90 बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस और एलआईयू ने शुक्रवार रात को गिरफ्तार किया है। वे कई प्रदेशों में मजदूरी करते हुए यहां पहुंचे थे। ये लोग यहां पर पिछले पांच महीने से काम कर रहे थे। पुलिस अब उस ठेकेदार की तलाश कर रही है, जिसने इन लोगों को यहां पर लाया था।
एसएसपी श्लोक कुमार ने शनिवार को बताया कि अवैध रूप से भारत में रहने वालों को चिन्हित किया जा रहा था। इस दौरान पता चला कि नौहझील थाना के जरैलिया से पट्टी स्थित आरबीएस ईंट उद्योग और मोदी ईंट उद्योग खाजपुर में जो मजदूर काम कर रहे हैं वो बांग्लादेशी हैं। देर रात को एलआईयू और पुलिस ने छापेमारी करके सभी मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि वे लोग 12 साल पहले अवैध रूप से भारत में प्रवेश किए थे।
इसके बाद राजस्थान, हरियाणा और उत्तर के कई जिलों में ईंट भट्ठों पर काम कर रहे थे। भट्ठा संचालक कम मजदूरी देने के चलते वे ठेकेदार के जरिए बाहरी मजदूरों को ही काम करने के लिए बुलाते हैं। उसी ठेकेदार के जरिए ये लोग यहां पर आए थे। आठ माह काम करने के बाद अन्य जिलों में संचालित भट्ठों और अन्य कामों को करने के लिए भेजे जाते हैं।
एसएसपी ने बताया पकड़े गए 90 बांग्लादेशियों में 35 पुरुष, 27 महिलाएं और 28 बच्चे हैं। पकड़े गए लोगों के खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इन्हें लाने वाले ठेकेदार की तलाश की जा रही है, उससे पता चल सकेगा वह अब तक कितने बांग्लादेशियों को यहां ला चुका है। 25 जनवरी, 2020 को वृंदावन में इमलीतला के सेवाकुंज मंदिर में साधु बनकर सात साल से रह रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों चैतन्य देव उर्फ देव राय और मनरंजन राय उर्फ माधव दास को गिरफ्तार किया गया था।
टिप्पणियां