केमिकल और पर्यावरण विज्ञान इंजीनियरिंग की उन्नति पर केमिकल कॉन्फ्रेंस आयोजित

केमिकल और पर्यावरण विज्ञान इंजीनियरिंग की उन्नति पर केमिकल कॉन्फ्रेंस आयोजित

रायपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा केमिकल और पर्यावरण विज्ञान इंजीनियरिंग की उन्नति पर 1 और 2 दिसंबर को नेशनल केमिकल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।एक दिसंबर को उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि, चेयरमैन(बीओजी) डॉ.सुरेश हावरे,थे। एनआईटी रायपुर के डायरेक्टर एन.वी.रमना राव इस कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि थे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आईआईटी खड़गपुर के केमिकल विभाग के प्रोफेसर और हेड बी.सी.मैकाप थे, कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता केमिकल विभाग की प्रोफेसर ए.बी.सोनी ने की। समारोह संस्थान के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. अमित केशव और सहायक प्रोफेसर डॉ. जे. आनंदकुमार के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य उद्योग जगत के विशेषज्ञों के बीच केमिकल इंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी, पर्यावरण विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रसायन विज्ञान, आयुष आदि के क्षेत्रों में अनुसंधान प्रगति पर ज्ञान और नवीन विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक मूल्यवान मंच प्रदान करना था। उद्घाटन समारोह की शुरुआत राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” के साथ हुई।

ए.बी.सोनी ने सबका स्वागत करते हुए सम्मेलन के विषय में चर्चा की, संस्थान को 90 से अधिक रिसर्च पेपर प्राप्त हुए और यह सम्मेलन संकायों, इंजीनियरों, छात्रों, औद्योगिक लोगों और अन्य शोधकर्ताओं को रासायनिक विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में नवीनतम प्रगति साझा करने का अवसर प्रदान करेगा। प्रो. अमित केशव ने रसायन विभाग के बारे में जानकारी दी और कहा कि यह सम्मेलन समाज और संस्थान के लिए फायदेमंद होगा। बी. सी. मैकाप ने बेहतर पर्यावरण के लिए प्रौद्योगिकी के महत्व को समझाया और पर्यावरण को दूषित होने से बचाने को कहा। एन.वी. रमना राव ने इस सम्मेलन को राष्ट्रीय स्तर के प्रोफेसर्स के साथ बातचीत के लिए एक अच्छा अवसर बताया जो छात्रों के लिए काफ़ी फायदेमंद होगा। डॉ.सुरेश हावरे ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि इंजीनियरिंग मानसिकता तकनीकी समाधान देता है तथा कैसे देश का विकास करते है, इस विषय पर स्वीडन के गार्बेज ट्रीटमेंट प्लांट और साई सेवा संस्थान, शिरडी का उदाहरण देकर समझाया।

अंत में अब्स्ट्रेक्ट पुस्तिका प्रकाशित की गई तथा ए.बी सोनी ने डॉ. सुरेश हवारे और प्रोफेसर बी.सी मैकाप को स्मृति चिन्ह देकर उनका सत्कार किया। समारोह राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ। इसके पश्चात प्रो. बी. सी. मैकाप का कोयला आधारित थर्मल पावर प्लांट में ईएसपी की फ्लाई-ऐश हटाने की क्षमता बढ़ाने के लिए सल्फर डाई ऑक्साइड और ग्रिप गैस कंडीशनिंग के नियंत्रण पर एक व्याख्यान सत्र हुआ। दूसरे दिन 2 दिसंबर के मुख्य वक्ता वीएनआईटी नागपुर के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एवं एसोसिएट डीन डॉ. कैलाश एल. वसेवार थे, उन्होने केमिकल इंजीनियरिंग की स्थिरता के परिप्रेक्ष्य पर एक व्याख्यान दिया ।

इस 2 दिवसीय सम्मेलन में केमिकल इंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग, पर्यावरण इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, जीवन विज्ञान और आयुष विभाग से संबंधित कुल 68 पेपर प्रस्तुत किए गए। प्रतिभागी छात्रों को 6 समूह में बाटा गया था ,प्रत्येक समूह से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों को पुरुस्कृत किया गया। अंत में प्रो. जे. आनंद कुमार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ ।

 

 

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