पुलिस व बदमाशों के बीच मुठभेड़, एक घायल, दूसरा फरार
बिना नंबर की कार से जा रहा था
- पुलिस ने रोका तो शुरू कर दी फायरिंग
- 19 मई को वर्चस्व की लड़ाई में घायल बदमाश और उसके साथियों कार सवार पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी
लखनऊ। राजधानी में बुधवार तड़के दो बदमाशों और चिनहट पुलिस की मुठभेड़ हो गई। एक बदमाश के पैर में गोली लगी है, जबकि दूसरा अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया है। जिसकी तलाश करने में पुलिस जुटी है। घायल बदमाश हिस्ट्रीशीटर है। वहीं मुठभेड़ की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताड़ की। डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह सिंह ने 19 मई की रात्रि साढ़े आठ बजे के आसपास ओवरब्रिज पर एक कार पर अंधाधुध फायरिंग की गई थी। उस घटना में जो बदमाश थे उनके बारे में पता लगाया गया तो बुधवार की सुबह जानकारी मिली की कुछ लोग बिना नंबर की गाड़ी में घूम रहे हैं।
इस सूचना पर चिनहट प्रभारी व एसओजी की टीम सक्रिय हुई और जब तलाश ली जा रही थी उस दौरान संबंधित कार सवार को रोकने का प्रयास किया तो फायरिंग करते हुए भागने लगे। पुलिस ने आगे जाकर घेर लिया और जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश घायल हो गया। घायल बदमाश की पहचान हिस्ट्रीशीटर नितिन कुंडी के रूप में हुई है। उसका साथी शेखर कौशल फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। बदमाश नितिन अपने साथी के साथ देवा रोड पर होने की जानकारी मिली थी। पुलिस ने घेराबंदी की तो वह बचने के लिए दयाल फार्म को ओर भागा। पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर लिया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई तो वह घायल हो गया। इसी बीच उसका साथी भाग निकला। पुलिस ने घायल को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया।
उसके पास से कार, पिस्टल और गोलियां मिली। 19 मई को वर्चस्व की लड़ाई में नितिन ने कार सवार लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी। इसी मामले में पुलिस उसकी तलाश में थी। घायल बदमाश का मुख्य काम है क्षेत्र में वर्चस्व पैदा करके वसूली करना। यह नशे के कारोबार भी करता है। इसका एक छोटा से गैंग है जिमसें कई लड़के है। जिनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है।
हिस्ट्रीशीटर नितिन कुण्डी पर 8 आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2017 में उसके खिलाफ चिनहट थाने में पहला केस दर्ज किया गया था। उसके बाद 2022 में एससी-एसटी के तहत केस दर्ज किया गया था। कुण्डी के खिलाफ इस साल हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज कराया गया। इसके द्वारा लगातार क्षेत्र में वर्चस्व कायम करके अवैध वसूली और नशे का कारोबार करने का काम किया जा रहा था। इसी वर्चस्व को तोड़ने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी जो आज जाकर सफलता मिली।
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