दो दिन से लापता पीडब्ल्यूडी इंजीनियर का शव इंदिरा डैम में मिला
स्कूटी लेकर मोबाइल घर छोड़कर निकले थे
लखनऊ। दो दिन से लापता पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर का शवमें मिला है। मंगलवार को वह घर से बिना कुछ बताए निकले थे। दोनों मोबाइल घर पर ही छोड़ दिए थे। देर रात स्कूटी इंदिरा डैम के पास मिली थी। इसके बाद से एसडीआरएफ शव की तलाश कर रही थी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक़ विवेक कुमार सोनी मनकापुर गोंडा के रहने वाले थे। वह पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर थे। लखनऊ में आशियाना इलाके में गर्वमेंट क्वार्टर में पत्नी सीमा और बेटे के साथ रहते थे। पत्नी बाराबंकी में टीचर है। सीमा ने बताया कि उनके पति मंगलवार सुबह 10 बजे घर से निकले थे। देर रात तक वापस नहीं लौटे तो परिवार को जानकारी दी। इसके बाद थाने जाकर गुमशुदगी दर्ज कराई। रात एक बजे स्कूटी इंदिरा डैम के पास खड़ी होने की सूचना मिली थी। बुधवार को पूरा दिन एसडीआरएफ की टीम इंदिरा डैम में तलाशती रही। टीम ने जाल भी लगाया था, लेकिन सफलता नहीं मिली। गुरुवार को फिर से सर्च अभियान चलाया गया। गोसाईंगंज के दुलारमऊ गांव के पास दोपहर 2 बजे विवेक का शव इंदिरा डैम में मिला। विवेक के परिचित ने बताया कि एक हफ्ते पहले विवेक ने अपने पिता को कॉल करके काम में मन न लगने की बात कही थी। इस पर पिता ने नौकरी छोड़ देने की बात कही थी। मंगलवार को अचानक बिना कुछ बताए गायब होने से परिवार परेशान था। मृतक के ममेरे भाई प्रभात सोनी ने बताया कि विवेक 8 साल से पीडब्लूडी लखनऊ हेडऑफिस में तैनात थे। जुलाई 2024 में सीतापुर ट्रांसफर हो गया। वहां गोदलामऊ साइट मिश्रिख विधानसभा में रोड निर्माण का काम चल रहा था। वहां जाने के बाद से विवेक का मन नहीं लग रहा था। पिता से इस बात का जिक्र किया था। तब पिता ने आकर पूरी बात समझने की बात कही थी, लेकिन उसके पहले ही घटना हो गई। प्रभात ने कहा- साइट से जुड़े हर पहलू पर उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए सीडीआर की भी जांच की जाए। विवेक ने गोरखपुर मदन मोहन मालवीय से बीटेक की पढ़ाई की थी। 3 साल पहले सीमा से शादी हुई थी। प्रभात ने बताया कि विवेक बहुत खुश रहता था। पत्नी के साथ कभी कोई लड़ाई झगड़ा नहीं था। सीतापुर जाने के बाद से उसके व्यवहार में बदलाव आया था।
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