विश्व टीबी दिवस पर डॉक्टर बी.पी.एस. त्यागी ने दिया ‘टीबी मुक्त भारत’ का संदेश
गाजियाबाद, 24 मार्च – भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्व टीबी दिवस के अवसर पर ‘टीबी मुक्त भारत’ अभियान की शुरुआत की गई। इसी कड़ी में आज गाजियाबाद के शंभू दयाल पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शहर के प्रसिद्ध ईएनटी सर्जन और ‘अवेकिंग इंडिया’ के निदेशक डॉ. बी.पी.एस. त्यागी ने कॉलेज के शिक्षकों और लगभग 300 छात्र-छात्राओं को संबोधित किया और उन्हें टीबी से बचाव और इसके उन्मूलन का संदेश दिया।
डॉ. त्यागी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जिसका इलाज देश के सभी अस्पतालों में निःशुल्क उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि यदि घर के किसी सदस्य को टीबी है, तो यह आसानी से अन्य लोगों में फैल सकती है। इससे बचाव के लिए रोगी को घर में मास्क पहनना चाहिए और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। साथ ही, समय-समय पर बलगम की जांच कराना भी आवश्यक है।
उन्होंने कहा, "जागरूकता ही हर बीमारी का सबसे प्रभावी इलाज है।" इसी संदेश को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से उन्होंने सभी छात्रों और शिक्षकों से अपील की कि वे अपने परिवार और समाज में टीबी के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करें।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अखिलेश मिश्रा और वरिष्ठ शिक्षिका रीना शर्मा भी उपस्थित रहीं। उन्होंने डॉ. बी.पी.एस. त्यागी को सम्मानित करते हुए उन्हें कॉलेज की पत्रिका और सम्मान पटका भेंट किया। प्रो. मिश्रा ने कहा, "डॉ. साहब ने अपने बहुमूल्य समय में से समय निकालकर जो महत्वपूर्ण जानकारी दी है, वह हमारे स्टाफ और विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी। हम इस जागरूकता को आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं।"
कार्यक्रम के अंत में सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने ‘टीबी मुक्त भारत’ अभियान को सफल बनाने की शपथ ली और समाज में इसके प्रति जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।
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