मुझे श्याम सुंदर की दुल्हन बना दो के भजन पर खूब झूमे भक्त
लखनऊ। प्रियदर्शिनी कालोनी सीतापुर रोड स्थित भागवत पार्क में श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन आचार्य संतोष भाई ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण को इंद्र का अभिमान तोड़ना था। उनकी ओजस्वी वाणी से सभी सहमत हो गए और इंद्र देव भगवान श्रीकृष्ण गोपों को विश्वास दिलाने के लिए गिरिराज पर्वत के ऊपर दूसरे विशाल रूप में प्रकट हो गये और उनकी सामग्री खाने लगे यह देख सभी ब्रजवासी बहुत प्रसन्न हो गए.जब अभिमानी इन्द्र को पता लगा कि ब्रजवासी मेरी पूजा को बंद करके किसी पर्वत को पूज रहे हैं, तो वह बहुत क्रोधित हुए. तिलमिलाकर प्रलय करने वाले मेघों को ब्रज पर मूसलाधार पानी बरसाने की आज्ञा दी. इन्द्र देव को अभिमान था।
इस अभिमान को समाप्त करने के लिए भगवान ने गोवर्धन पर्वत को उठाकर प्रजा और वनस्पति को बचा लिया। रामासरे जी की भजन मंडली ने सुन्दर भजन प्रस्तुत किये आओ मेरी सखियो मुझे मेहंदी लगा दो मुझे श्याम सुंदर की दुल्हन बना दो इस भजन पर सभी भक्तों ने खूब नृत्य कियाा।
इस अवसर पर कथा में प्रेम नारायण व्यास जी ,धर्म देव सिंह,निर्देश दीक्षित,राम कुमार सिंह ,श्याम सुन्दर शर्मा,नंदलाल गुप्ता, सिंह वीर सिंह,जितेन्द्र सिंह ,अजीत सोनी संजय सिंह,इंद्र प्रकाशजी,उमा प्रसाद पांडे,सुशील मोहन शर्मा,मुदित ,तनय सोनी,अथर्व राज मिश्रा,अनुज शुक्ला,रेखा श्रीवास्तव,निर्मला वर्मा ऋचा सचान आदि बहुत बड़ी संख्या में भक्तों ने भगवत नाम रस का रसास्वादन कर कथा का श्रवण किया।
टिप्पणियां