वो लोग तो चले जाएंगे, आप फंस जाएंगे आपको एक दम क्लियर बता रहे
By Tarunmitra
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पटना। जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर को सीएम नीतीश कुमार के पैतृक गांव कल्याण बिगहा में जाने से रोक दिया गया। इस दौरान पीके की अधिकारियों से बहस भी हो गई थी। वही जन सुराज पार्टी के फेसबुक पेज पर एक कॉल रिकॉर्ड शेयर किया गया है। इस कॉल रिकॉर्ड में एसडीएम नालंदा और जन सुराज के जिला अध्यक्ष वीरमणी यादव के बीच बातचीत हो रही है। इसमें एसडीएम कह रहे है कि कल्याण बिगहा की तरफ आ गए तो देख लिजिएगा हम आपको बता रहे हैं।
‘आप जिलाध्यक्ष है नप जाएंगे’
एसडीएम ने आगे कहा कि आप जिलाध्यक्ष है आप नप जाएंगे ये समझ लिजिए। वो लोग तो पटना चले जाएंगे अपना काम कर लेंगे आप फंस जाएंगे आपको एक दम क्लियर बता रहे हैं। आपकी जिम्मेदारी है सीधा बिहार शरीफ ले जाने की। कल्याण बिगहा में एक भी कार्यकर्ता घुस गए तो देख लेना।
अधिकारियों पर नाराज हुए प्रशांत किशोर
वहीं बहस के दौरान जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर ने एसडीएम को कहा-नये अफसर बने हो, इत्मीनान से रहो। ऐसा न हो कि नौकरी चली जाये। बता दें कि जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार बदलाव हस्तात्रर अभियान शुरू करने का ऐलान किया है। इस अभियान की शुरुआत नीतीश कुमार के पैतृक गांव कल्याण बिगहा से होनी थी।
क्या बोले प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा प्रशासन ने मुझे 3 किलोमीटर के पूरे क्षेत्र में किसी भी गांव में जाने से नहीं रोका। लोगों ने मुझे बताया कि उन्हें लाभ नहीं मिल रहा है और उन्होंने भ्रष्टाचार की भी शिकायत की है। अब प्रशासन मुझसे कह रहा है कि मैं कल्याण बिगहा नहीं जा सकता क्योंकि ऊपर से ऐसे आदेश हैं।
हम कानून का पालन करने वाले लोग
उन्होंने आगे कहा कि हम कानून का पालन करने वाले लोग हैं और हम उनसे पूछते हैं कि अगर मैं आपके निर्देश का पालन नहीं करूंगा तो वे क्या करेंगे? उन्होंने कहा कि हमारे पास इस बारे में कोई आदेश नहीं हैं।
आप इसे लिखित में दें- प्रशांत किशोर
SDM के साथ हुई बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा क्या आप मुझे गांव में प्रवेश करने से रोकेंगे? क्या मुझे गांव में जाने के लिए आपकी अनुमति की आवश्यकता है? जब मैं अन्य गांवों में गया था तो क्या वहां कोई कानून-व्यवस्था की स्थिति नहीं थी? मैं चाहता हूं कि आप इसे लिखित में दें। क्या आप लोगों को इकट्ठा करके मुझे धमका रहे हैं?
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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है।
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