सुबह की सैर करने को वनस्पति उद्यान प्रसिद्ध -अभिजात

पोस्टर प्रतियोगिता में विजई प्रतिभागियों को प्रमुख सचिव ने किया सम्मानित

सुबह की सैर करने को वनस्पति उद्यान प्रसिद्ध -अभिजात

  • एनबीआरआई में राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ समापन
लखनऊ। राजधानी में जलवायु परिवर्तन के विषय पर वैज्ञानिकों का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न हो गया।शनिवार को सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान एवं राष्ट्रीय पर्यावरण विज्ञान अकादमी के संयुक्त तत्वाधान में प्रदूषण रोकथाम एवं जलवायु परिवर्तन पर आधुनिक प्रवृत्तियों एवं चुनौतियों से निपटने के उपाय खोजने पर विचार विमर्श के साथ पूरा हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अमृत अभिजात प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग उपस्थित रहे। उन्होंने व्याख्यान एवं पोस्टर प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। वहीं संस्थान के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक एवं सम्मेलन के संयोजक डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव ने तीन दिवसीय सम्मेलन की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस राष्ट्रीय सम्मेलन के द्वारा पर्यावरण प्रदूषण के महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे विभिन्न परिस्थिति में माइक्रोप्लास्टिक,कृषि में धात्विक नैनोकण, सब्जियों में भारी धातुओं के प्रदूषण से स्वास्थ्य संबंधी खतरे, जल पारिस्थितिकी तंत्रों का बचाव आदि पर वैज्ञानिक चर्चाये की गयी है।
 
उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन की रिपोर्ट और निष्कर्षों को हम निश्चित रूप से हितधारकों को आवश्यक कार्य योजनाओं के लिए प्रेषित करेंगे।इसी क्रम में प्रमुख सचिव ने सभी विजयी प्रतिभागियों को बधाई देते कहा कि एनबीआरआई अपने प्रसिद्ध पुष्प प्रदर्शनी और वनस्पति उद्यान में सुबह की सैर के लिए लखनऊवासियों के बीच बहुत प्रसिद्ध है।उन्होंने अधिकांश शहरों के जटिल प्रदूषण समस्याओं के बारे में बताया और उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक संस्थान इन कठिन परिस्थितियों के प्रामाणिक डेटा का मुख्य स्रोत हैं। साथ ही उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस तरह के वैज्ञानिक सम्मेलन का आयोजन नित्य रूप से होते रहना चाहिए ताकि वर्तमान की वैश्विक प्रदूषण समस्याओं का उचित समाधान प्राप्त करने की दिशा में कार्य किया जा सके।
 
सम्मेलन में सत्र के दौरान भारत में पर्यावरण सेवा क्षेत्र में सुधारों की आवश्यकता' विषय पर भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा एक विशेष सत्र में कुमार सौरभ, सहायक निदेशक बीआईएस सत्र और अतिथि वक्ता के रूप में उपस्थित थे। जिसमें सौरभ ने पर्यावरण क्षेत्र में उपयोग की जाने वाली प्रक्रियाओं के मानकीकरण के नियमों और विनियमों के बारे में चर्चा की।इसी के साथ वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.अदिति गुप्ता ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।समारोह में डॉ. शकील खान, प्रधान वैज्ञानिक आईएआरआई नई दिल्ली, डॉ. विवेक श्रीवास्तव और डॉ. शरद श्रीवास्तव, मुख्य वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनबीआरआई और नेसा के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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