छह दिन बारिश, आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट

 छह दिन बारिश, आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट

शिमला। हिमाचल प्रदेश में तापमान में हो रही बढ़ोतरी के बीच मौसम एक बार फिर करवट लेगा और लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिलेगी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा बुधवार को जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में पहली मई से एक ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है। इसके कारण छह दिनों तक आंधी, बिजली गिरने और बारिश का दौर चलेगा। मौसम विभाग ने आगामी सात दिनों के लिए जो पूर्वानुमान जारी किया है, उसके अनुसार 1 मई से 6 मई तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश, बिजली गिरने और 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। पूर्वानुमान के मुताबिक 1, 2, 3 और 4 मई को राज्य के कुछ इलाकों में आंधी और तेज़ हवाओं के साथ बिजली गिरने की संभावना है। 1 से 3 मई तक कुछ क्षेत्रों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से तूफान चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 4 और 5 मई को "फेयरली विडस्प्रेड शोवर्स" यानी अपेक्षाकृत व्यापक बारिश होने की चेतावनी दी गई है। इन दोनों दिनों के लिए विभाग ने विशेष अलर्ट भी जारी किया है। हालांकि 4 से 6 मई तक 30 से 40 किलोमीटर प्रति घण्टे की गति से हवाएं चलने का अंदेशा है।

मौसम विभाग ने आगामी दिनों में बारिश, आंधी व बिजली गिरने की आशंका के मद्देनजर किसानों और आम लोगों को सलाह दी है कि वे मौसम की स्थिति पर नजर रखें और खराब मौसम के दौरान आवश्यक सावधानियां बरतें। विशेष रूप से तेज़ हवाओं और आंधी के समय खुले स्थानों से दूर रहें और खेतों में काम करने से परहेज करें।  इस बीच बीते 24 घंटे की मौसम स्थिति की बात करें तो राज्य में कहीं भी बारिश या बर्फबारी दर्ज नहीं की गई। अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं आया है। लेकिन तापमान सामान्य से 2 से 5 डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सबसे कम लाहौल स्पीति जिला के मुख्यालय केलंग में 4.3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा ऊना में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

राज्य के कुछ इलाकों में तेज़ हवाएं चलीं। इनमें शिमला जिला के कुफरी में 65, कोटखाई में 48, लाहौल स्पीति के ताबो में 46, किन्नौर के रिकांगपिओ में 46 और बजौरा में 43 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं रिकॉर्ड की गईं। हालांकि कहीं भी हीटवेव या गरज के साथ बारिश जैसी स्थिति दर्ज नहीं की गई। उल्लेखनीय है कि अप्रैल के अंतिम दिनों में हिमाचल में गर्मी ने अपना असर दिखाया है। मैदानी इलाकों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया था। बीते 28 अप्रैल को ऊना में सीजन के सर्वाधिक अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अब बारिश के आसार से स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी राहत की उम्मीद कर रहे हैं।

 

 

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