दो जनवरी से होगा कांगेर घाटी नेशनल पार्क में विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक भ्रमण
जगदलपुर। जिले के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान जैवविविधता वाले घने जंगलों के साथ-साथ यहां पाये जाने वाले लाईम स्टोन की गुफाओं, अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य, तीरथगढ़ जलप्रपात एवं स्थानीय आदिवासी संस्कृति के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ का राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना के रहवास के साथ यहां दुर्लभ प्रजातियां जैसे माऊस डियर, जंगली भेडिय़ा जैसे अनेक वन्यप्राणी पाये जाते है। वन्यप्राणी संरक्षण की दिशा में राष्ट्रीय उद्यान द्वारा लगातार ग्रामीणों के साथ मिलकर संरक्षण का कार्य किया जा रहा है। निदेशक ,कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान धम्मशील गणवीर ने बताया कि बस्तर के इस प्राकृतिक सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण करने के लिए स्कूल एवं कॉलेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों में जागरूकता तैयार करने हेतु राष्ट्रीय उद्यान द्वारा शैक्षणिक भ्रमण ’आमचो रान आमचो जीवना’ की सुविधा 02 जनवरी 2024 से प्रारंभ की जा रही है। बस्तर संभाग के स्कूल एवं कॉलेज के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन शैक्षणिक भ्रमण हेतु आमंत्रित करता है। शैक्षणिक भ्रमण की अधिक जानकारी हेतु कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय के नोडल अधिकारी सहायक वन संरक्षक कमल नारायण तिवारी जगदलपुर के मोबाईल नम्बर 94077-99049 पर कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम 05 बजे तक सम्पर्क कर सकते हैं।
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