मणिपुर का दर्द उनका नहीं: राहुल
राहुल गांधी की मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरु
मणिपुर से यात्रा शुरू करने की खास वजह- राहुल इंतजार कराने को लेकर मांगी माफी प्रधानमंत्री मणिपुर में आपके आंसू पोछने नहीं आए, ये शर्म की बात
इंफाल: 2024 लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की मणिपुर से शुरुआत की। यात्रा की शुरुआत के राहुल गांधी दिल्ली से एक फ्लाइट में पार्टी नेताओं के साथ इंफाल पहुंचे, हालांकि खराब मौसम के कारण राहुल गांधी देरी से इंफाल पहुंचे। इसके बाद उन्होंने इंफाल के निकट थोबल से अपनी यात्रा शुरू की। इससे पहले उन्होंने खोंगजोम युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हरी झंडी दिखाई। बीएसपी के निष्कासित लोकसभा सदस्य दानिश अली भी राहुल गांधी की यात्रा में शामिल हुए। यात्रा की शुरुआत के मौके पर राहुल गांधी ने वहां पर लोगों को संबोधित किया, उन्होंने मणिपुर का दौरा नहीं करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
यात्रा से पहले राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा- मणिपुर में भाई-बहन, माता-पिता आंखों के सामने मरे और आज तक हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री मणिपुर में आपके आंसू पोछने, गले मिलने नहीं आए। ये शर्म की बात है। राहुल ने आगे कहा कि हम आपकी सुनने आए हैं, मन की बात सुनाने नहीं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- मोदी जी समंदर में सैर करने जाते हैं, राम-राम जपते हैं लेकिन मणिपुर नहीं आते। उनके मुंह में राम और बगल में छुरी है। राहुल के साथ अशोक गहलोत, सचिन पायलट, दिग्विजय सिंह, सलमान खुर्शीद, आनंद शर्मा और राजीव शुक्ला जैसे कई सीनियर नेता मणिपुर पहुंचे। राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों को कवर करेगी।
इसमें राहुल 6700 किमी का सफर तय करेंगे। यात्रा 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी। चुनाव में ज्यादा समय नहीं बचा। इसलिए पैदल के साथ-साथ बस यात्रा का फैसला किया। सवाल उठा कि यात्रा कहां से शुरू करें, किसी ने कहा वेस्ट से करो, किसी ने ईस्ट बताया। मैंने साफ कहा- अगली भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ मणिपुर से शुरू हो सकती है। मणिपुर में बीजेपी की नफरत की राजनीति है।2004 से मैं राजनीति में हूं, पहली बार मैं हिंदुस्तान के एक प्रदेश में गया। जहां गर्वनेंस का पूरा स्ट्रक्चर बिगड़ गया। 29 जून के बाद से मणिपुर बदल गया।
कोने-कोने में नफरत फैली। लाखों लोगों को नुकसान हुआ। भाई-बहन माता-पिता आंखों के सामने मरे और आज तक हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री मणिपुर में आपके आंसू पोछने, गले मिलने नहीं आए। ये शर्म की बात है।यात्रा के समय कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे बोले ने कहा कि पंडित नेहरू ने मणिपुर को भारत का गहना बताया था, जब पंडित नेहरू पहली बार मणिपुर आए थे तब उन्होंने इसे भारत का गहना बताया था। यही बात इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भी कही थी। यह मणिपुर की वह भूमि है जो आजादी के लिए लड़ी। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये विचारधारा की लड़ाई है।
मकर संक्रांति के पवित्र अवसर पर न्याय के लिए यह यात्रा मणिपुर से शुरू हो रही है। राहुल गांधी के नेतृत्व में ये यात्रा पूरब से पश्चिम यानी मणिपुर से मुंबई तक जाएगी। यात्रा सफल या असफल हो, ये अलग बात है, ये विचारधारा की लड़ाई है। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा ही देश को बचा सकती है। इस यात्रा का चुनाव में जीत या हार से कोई लेना-देना नहीं है।कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करने के दौरान लोगों से माफी भी मांगी। राहुल गांधी ने कहा कि दिल्ली में कोहरे के कारण हमारा फ्लाइट लेट हो गई। आप लोग यहां सुबह से इंतजार कर रहे थे। ऐसे में मैं आपसे आपसे मांफी मांगता हूं।
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