भ्रष्टाचार का सहभागी कक्षपाल प्रफुल्ल के ज़रिए आज भी बेऊर जेल पर शासन कर रहा सस्पेंड सुपरिटेंडेंट ! प्रफुल्ल का बैटिंग जारी
प्रफुल्ल के ठिकाने से ईओयू ने बरामद किया था भ्रष्टाचार से जुड़े अहम साक्ष्य में आठ स्मार्टफोन एवं क़ैदियों से लेन-देन की डायरी
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सुपरिटेंडेंट के सरकारी आवास में तीन गायें, कुत्ता की देखभाल के लिए चार कक्षपाल की तैनाती खड़ा कर रहा सवाल, कौन है सुपरिटेंडेंट

रवीश कुमार मणि
पटना ( अ सं ) । सरकार एक तरफ भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने की खुली छूट निगरानी विभाग, ईओयू , एसवीयू को दें रखी है वहीं सिस्टम के कुछ ऐसे है जो भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को बचाने के लिए प्रयासरत है । 25 दिनों पूर्व 04 जनवरी 25 को आर्थिक अपराध ईसाई ( ईओयू ) की टीम ने आदर्श केन्द्रीय कारा बेऊर जेल के सुपरिटेंडेंट के आठ ठिकानों पर रेड मारा था , इसमें भ्रष्टाचार से अर्जित आय से अधिक सम्पत्ति का सबूत मिला था । इसमें एक ठिकाना बेऊर जेल का कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार का सरकारी कमरा भी शामिल था । कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार के कमरे से ईओयू ने 172 पन्ने का एक डायरी बरामद किया था इसमें वर्ष 2023 से क़ैदियों से प्राप्त अवैध राशि की वसूली एवं विभिन्न व्यक्तियों के साथ लेनदेन का हिसाब अंकित है । ईओयू ने प्रफुल्ल कुमार के कमरे से विभिन्न कंपनियों के 8 स्मार्टफ़ोन मोबाइल बरामद किया है एवं बहुत सारे सबूत हाथ लगें है । ईओयू के एफ़आइआर में भी कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार का उल्लेख है एवं ईओयू ने बीते 05 जनवरी 25 को प्रेस रिलीज़ में भी कारनामे को स्पष्ट किया है । ईओयू के रेड के बाद 15 दिनों तक भ्रष्टाचार का आरोपी कारा अधीक्षक विधु कुमार, आदर्श केन्द्रीय कारा बेऊर जेल का सुपरिटेंडेंट बना रहा । “ तरूणमित्र “ ने जब प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया तो गृह विभाग ने संज्ञान में लेते हुए भ्रष्टाचार के आरोपी कारा अधीक्षक विधु कुमार को 18 दिनों बाद , 22 जनवरी 25 को निलंबित कर दिया एवं विभागीय कार्रवाई के संचालन अवधि तक बक्सर केन्द्रीय कारा कर दिया गया । इस प्रकरण में भ्रष्टाचार का आरोपी विधु कुमार का मुख्य सहयोगी कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार के विरूद्ध 25 दिन बीत जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होना चर्चा का विषय बना हुआ है ।आख़िर ऐसा कौन सी ताक़त है जो कार्रवाई करने से रोक रहा है । सुत्रों की मानें तो कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार के बॉस द्वारा बनाएं गये सिंडिकेट आज भी संचालित हो रहा है । प्रफुल्ल कुमार कारा अंदर भले ही नहीं जा रहा है लेकिन पर्दे के पीछे से खुलकर बैटिंग कर रहा है । कैप्टन से लेकर टीम के सभी खिलाड़ी का वर्चस्व आज भी क़ायम है । नेशनल एंटी करप्शन एंड ऑपरेशन कमेटी ऑफ इंडिया के बिहार लीगल हेड अधिवक्ता माधव राज ने कहां की भ्रष्टाचार के मुख्य आरोपी विधु कुमार के अपराध में कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार सहभागी ही नहीं मुख्य आरोपी है चुकी उक्त अपराध से जुड़ा आपत्तिजनक वस्तु कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार के कमरे से बरामद हुआ है । कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार पर विभागीय कार्रवाई नहीं होना एवं उक्त घटना स्थल ( बेऊर जेल ) से नहीं अभी तक नहीं हटाया जाना संदेहास्पद है ।
कारा अधीक्षक के सरकारी आवास पर तीन गाय व कुत्ता की देखभाल के लिए चार कक्षपाल तैनात
भ्रष्टाचार के आरोप में कारा अधीक्षक विधु कुमार को गृह कारा विभाग ने निलंबित कर दिया है । वर्तमान में आदर्श केंद्रीय कारा की ज़िम्मेवारी अपर समाहर्ता ( एडीएम ) को दिया गया है । आदर्श केन्द्रीय कारा बेऊर के सरकारी आवास पर तीन गायें व कुत्ता है । इसकी देखभाल चार कक्षपाल कर रहें है । ऐ सभी दूसरे कारा से प्रतिनियुक्ति पर बेऊर जेल आएं है । जिनका अनुमोदन भी कारा महानिरीक्षक से प्राप्त नहीं है ।बेऊर कारा अधीक्षक के सरकारी आवास पर जो चार कक्षपाल तैनात हैं वह भी भ्रष्टाचार के सिंडिकेट में शामिल है । कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार सिंडिकेट को सही दिशा देने में लगा हुआ है और बॉस का वर्चस्व आज भी क़ायम है ।
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