करोड़ो रुपये गायब करने वाला जालसाज क्लर्क गिरफ्तार
पंडित दीन दयाल उपाध्याय रेलवे मंडल के डी आर एम कार्यालय में कार्यरत एक लिपिक कर्मचारियों के वेतन,भत्ता में शातिर तरीके से कुछ वर्षों से धाँधली करते हुए करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर रहा था। जिसका पर्दाफ़ाश करते हुए मुगलसराय कोतवाली पुलिस तथा सर्विलांस टीम ने शातिर क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया।
चंदौली। जिले में स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय रेलवे मंडल के डी आर एम कार्यालय में कार्यरत एक लिपिक कर्मचारियों के वेतन,भत्ता में शातिर तरीके से कुछ वर्षों से धाँधली करते हुए करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर रहा था। जिसका पर्दाफ़ाश करते हुए मुगलसराय कोतवाली पुलिस तथा सर्विलांस टीम ने शातिर क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया।
घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक डा0 अनिल कुमार साथ में रेलवे सुरक्षा बल के सहायक सुरक्षा आयुक्त हरिनारायण राम
ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि उक्त लिपिक के जरिए वेतन जारी करने वाली वेबसाइट में सेंध लगाकर रेलवे सुरक्षा बल तथा रेलवे के कर्मचारियों के खाते पर अपना तथा अपनी पत्नी का नाम दर्ज किया था। इस लिए पैसा उसके तथा उसकी पत्नी के खाते मे जाता था। फिर वह जालसाज एरियर, तथा टीए, डीए के पैसे को काटकर शेष रकम उनके खाते में भेज देता था। इस लिए लोग इसे समझ नहीं पा रहे थे। और ऐसा खेल लगभग 2018 से कर रहा था। उसी के तहत रेलवे सुरक्षा बल के आरक्षी मोहम्मद मुजीब ने अपने पीएफ खाते से 17 अगस्त 2023 को 92000/- रुपया निकासी हेतु बिलिंग क्लर्क को प्रार्थना पत्र दिया गया था। जो कि दिनांक 17.10.23 को ही मुख्यालय हाजीपुर अग्रसारित हो गया तथा उक्त धनराशि आवटित कर दी गयी। जो कि मुजीब के खाते में नहीं आयी। तो उक्त आरक्षी के जरिए 19.10.23 को कार्यालय अधीक्षक के यहाँ से जानकारी की गयी तो पता चला कि उक्त धनराशि दिनांक 17.10.23 को ही आवेदक के खाते में भेज दिया गया है।
जिसे अभियुक्त युवराज सिंह मुजीब के खाते के स्थान पर अपनी पत्नी नीतू का खाता दर्ज किया था। जिससे उक्त धनराशि उसकी पत्नी के खाते में चली गयी। आरक्षी जब बैंक से पे-स्लीप निकलवाया तब उक्त सभी गबन की जानकारी हुई । मामला प्रकाश में आने पर रेलवे के सहायक सुरक्षा आयुक्त हरिनारायण राम ने थाना मुगलसराय पर 01 नवंबर 2023 को लिखित सूचना दी गई। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने जांच टीम को लगाया और वहाँ कार्यरत लिपिक युवराज सिंह पुत्र राजाराम निवासी ग्राम बेरी खेड़ा थाना साढ़ जिला कानपुर का निवासी है। उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि विभाग के एम्स साफ्टवेयर के जरिए कर्मचारियों के पैसे को अपने तथा अपनी पत्नी के खाते में भेज देता था। उसने बताया कि हाईकोर्ट का फर्जी आदेश बनाकर मेरे द्वारा 08 अधिकारी/कर्मचारी गण का 02 करोड़ रुपया पास करने की कार्यवाही की गयी है।मेरे द्वारा उक्त रुपयो से गाड़ी ,भूमि आदि क्रय किया गया है एवम् पत्नी के नाम शराब व्यवसाय में पैसा लगाय। तथा जांच में पता चला कि उक्त व्यक्ति के जरिए अब तक 3 करोड़ 61लाख 91हजार 217रुपया का गबन किया गया है। तथा आगे जांच की कारवाई चल रही है। मामले का पर्दाफ़ाश करने में मुगलसराय के प्रभारी निरीक्षक दीन दयाल पांडेय तथा सर्विलांस टीम के प्रभारी निरीक्षक श्याम जी यादव एवं सहयोगी शामिल रहे।
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