डाक्टरों की टीम ने किया स्टर्नल केलोइड बीमारी का इलाज
50 शैय्या संयुक्त चिकित्साल में जनरल सर्जन ने की प्लास्टिक सर्जरी
लखनऊ। आलमबाग के चंदरनगर स्थित 50 शैय्या संयुक्त चिकित्साल में एक तरफ जहां ओपीडी मरीजों की संख्या में दिनों दिन इजाफा हो रहा है। तो वहीं दूसरी ओर विशेषज्ञ चिकित्सक आएदिन नये आयाम गढ़ रहे है।
बीतें 25/2/2025 को आलमबाग निवासी 25 वर्षिय युवती को स्टर्नल केलोइड बीमारी से लंबे समय से पीड़ित थी। और यह कास्मेटिक रूप से भी उसे परेशान कर रहा था। जो कि चिकित्सालय की सर्जरी टीम ने इस रोग को ठीक करने का बीड़ा उठाया। जिसमें डाक्टर देवाशीष शर्मा, सर्जन, डाक्टर ई अहमद सर्जन, डा अभिषेक राय निशचेतक,राधा स्टाफ नर्स , संदीप, निखिल, ओटी अटेंडेंट टीम द्वारा की गई।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर आनंद त्रिपाठी ने पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि स्टर्नल केलोइड को एम्सीजन एवं रामबर्ग फ्लैप रोटेशन तकनीकी विधि से की गई। जोकि यह एक बेहतर कास्मेटिक सर्जरी है । डाक्टर आनंद त्रिपाठी ने बताया कि मरीज को चिकित्सालय से छुट्टी दे दी गई है। हालांकि चिकित्सालय में जनरल सर्जन विशेषज्ञों द्वारा प्लास्टिक सर्जरी करना इस क्षेत्रों में एक उपलब्धि है।
स्टर्नल केलोइड क्या हैं
छाती पर बनने वाला एक उभरा हुआ निशान होता है। यह एक तरह का केलोइड है, जो घाव से बड़ा हो जाता है। केलोइड्स, कोलेजन के ज़्यादा उत्पादन की वजह से बनते हैं। ये निशान धीरे-धीरे बढ़ते हैं और मिटते नहीं है। हालांकि इसको ठीक करना एक मात्र सर्जरी करना ही उपाय है।
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