सुपारी का पैसा नहीं देने पर प्रॉपर्टी डीलर की हुई थी हत्या
मां-पिता की हत्या की रची थी साजिश
लखनऊ। पीजीआई इलाके में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के मामले में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलसा किया है। पुलिस ने बताया विनायक ने अपनी मां और सौतेले पिता की हत्या के लिए सुपारी दी थी। इसके बाद आरोपी युवकों से सुपारी के पैसे को लेकर उसका विवाद हो गया जिसमें उसकी हत्या कर दी गई।
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि मृतक विनायक और उसके पिता अंजनी कुमार ने विनायक की मां शांति साहू और उसके दूसरे पति इमरान की हत्या के लिए 4 लोगों सुपारी दी थी। आरोपी आमिर और आशीष को अपना ऑटो देने का वादा किया। शिवम और शिवा को 2.5 लाख रुपए देने की बात हुई थी। डीसीपी के मुताबिक, 5 मार्च को आरोपियों ने 1.5 लाख रुपए एडवांस मांगे। विनायक ने मना किया तो दोनों पक्षों में विवाद हो गया। आरोपी शिवा ने कहा कि उसकी मां से हत्या की बात बता देगा। इस पर विनायक ने सबको जान से मारने की धमकी दी। इसी बात पर शराब के नशे में आरोपियों ने मिलकर विनायक की ही चाकू से हत्या कर दी। गुरुवार को ऑटो चालक की हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार चारों आरोपियों ने मृतक की मां को मारने की सुपारी ली थी। गुरुवार को ऑटो चालक की हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार चारों आरोपियों ने मृतक की मां को मारने की सुपारी ली थी। पुलिस ने बताया कि विनायक की मां शांति अपने पति अंजनी साहू को छोड़कर इमरान के साथ चली गई थी। इसी कारण विनायक और उसके पिता ने दोनों की हत्या की साजिश रची थी। मामले में मोहनलालगंज के कल्ली पूरब के शिवम रावत, आशीष, आमिर और शिवा को गिरफ्तार किया है। उनके पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू और बीयर की खाली केन बरामद की गई है। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस को पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि बीते बुधवार की रात चारों आरोपी, मृतक व मृतक के चचेरे भाई ने किसान पथ के किनारे देसी शराब की पार्टी की। बातचीत के दौरान सभी में बहस हुई तो चचेरा भाई हिमांशु वहां से घर चल गया। इसके बाद दोबारा अंग्रेजी शराब और बीयर मंगाई गई। पार्टी शुरू हुई कि विनायक ने मां शांति साहू और इमरान की हत्या करने की बात कही। इस पर आरोपियों ने पहले एडवांस के तौर पर डेढ़ लाख रुपए मांगे थे। पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपियों ने बताया कि मृतक विनायक साहू खुद दो चाकू बाजार से खरीद कर लाया था। विवाद बढ़ गया तो उसी के चाकू से उसका गला काट दिया। उसके बाद सब अपने घर चले गए।
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