कमलापुरी वैश्यों का होली मिलन बनेगा संस्कार, सद्भाव, संवाद का महाकुंभ!
16 मार्च 2025 को गोमती तट पर स्थित लक्ष्मणनगरी राजधानी में डालीगंज के उमराव धर्मशाला में हर्षोल्लास संग मनेगी
- अभा. उप्र कमलापुरी वैश्य महासभा उत्तर प्रदेश की लखनऊ महानगर इकाई को प्रांतीय कमेटी ने दिया साधुवाद
लखनऊ। आगामी 16 मार्च को गोमती तट पर स्थित लक्ष्मणनगरी यानी सूबे की राजधानी लखनऊ में अखिल भारतीय कमलापुरी वैश्य महासभा उत्तर प्रदेश की लखनऊ महानगर इकाई टीम के भागीरथ प्रयास और सभी स्वजनों बंधुओं के सेवा व सहयोग से होली मिलन समारोह का बहुत ही भव्यता, दिव्यता और नव्यता के साथ आयोजन किया जा रहा है जिसके लिये मेरी तरफ से लखनऊ महानगर टीम को कोटि-कोटि आभार और अग्रिम बधाईयां...। ये बातें अखिल भारतीय कमलापुरी वैश्य महासभा उत्तर प्रदेश के प्रांतीय महामंत्री रवि गुप्ता ने अपने जारी संदेश में कहीं।
आगे अपने संबोधन में काह कि कमलापुरी साथियों, अभी हाल ही में तीर्थराज प्रयागराज में सदी के सबसे महाआयोजन यानी महाकुुंभ 2025 का वृहद आयोजन हुआ जिसमें देश-दुनिया, राज्य-प्रदेश, गांव-पंचायत, ब्लॉक-कस्बे, गली-मोहल्ला-कॉलोनी, सरकार-संगठन समाज के सभी अंगों ने प्रतिभाग किया, बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और साथ ही संगन नगरी त्रिवेणी तट क्षेत्र में गंगा-यमुना-सरस्वती की अविरल धारा में डुबकी लगाकर अपने परिवार, ईष्ट-मित्र, देश-प्रांत आदि के जनकल्याण की कामना की।
स्वजातीय बंधुओं, इसी तरह हमारी भी यही सद्इच्छा है कि आप, हम और सभी प्रदेश की राजधानी लखनऊ से श्रीगणेश होने वाले होली मिलन समारोह को कमलापुरी वैश्य बिरादरी का ऐसा महाकुंभ बनाने का संकल्प लें और बल्कि अभी से ही पूरे मनोयोग से सकारात्मक कोशिश करें कि जिसमें आपसी भेदभाव को भुलाकर, प्रेम, आदर, नीति-नियम और संयम, संगठन-शक्ति, तकनीक-नवाचार का ऐसा मार्ग प्रशस्त करें जिसमें हमारे कमलापुरी समाज के सभी पुरूष-महिला, बुजुर्ग-बच्चे ऐसी डुबकी लगायें जोकि अन्य वैश्य समुदाय के लोगों के बीच संस्कार, सद्भाव और संवाद का महाकुंभ बन सके।
यही नहीं जो हमारे पूर्वजों, अभिभावकों द्वारा जो कमलापुरी समुदाय के पारिवारिक मूल्य, संस्कार-सत्कार, वैवाहिक परिचय सम्मेलन और पत्राचार की कड़ियां बुनी गई थीं, जोकि वर्तमान वैश्विक भागमभाग और आर्थिक दौर में कहीं न कहीं ढीली पड़ गई , उनको भी ऐसे होली मिलन समारोहों में प्रमुखता के साथ जोड़ना चाहिये...क्योंकि यह पौराणिक और वैज्ञानिक मान्यता भी है कि किसी भी राष्ट्र की प्रथम इकाई परिवार ही होती है और ऐसे में जिस आस्था और विश्वास के साथ कमलापुरी समाज ने हम, आप और सभी को संगठन की बागडोर सौंपी है तो यह हमारा प्रथम कर्तव्य और दायित्व भी बनता है। शेष हमेशा की तरह, आप सभी कमलापुरी बंधुओं के लिये तत्पर....जय मां कमला, जय कमलापुरी समाज, जय भारत।
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