बैंक डकैती : कैशियर को गोली मारकर बैंक लूट का प्रयास,दोनों आरोपी गिरफ्तार
जयपुर। कैशियर की बहादुरी के चलते जयपुर में पीएनबी बैक लूटने से बच गया और बदमाश भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। झोटवाड़ा थाना इलाके में शुक्रवार सुबह पंजाब नेशनल बैंक(पीएनबी) में दो नकाबपोश बदमाश घुस गए और बदमाशों ने बंदूक दिखाकर वहां पर मौजूद कर्मचारियों को बंधक बना लिया। इसी दौरान वहां पहुंचा कैशियर बदमाशों से भीड़ गया। हाथापाई के दौरान बदमाश के हाथ में मौजूद बंदूक से दो फायर हुए। एक गोली कैशियर के पेट में लगी तो दूसरी गोली बदमाश के पैर में जा लगी। इसके बाद बदमाश मौके से भाग निकले। गोली की आवाज सुनकर स्थानीय लोग जमा हो गए। वारदात में शामिल दोनों बदमाशों को दबोच लिया गया। फिलहाल घायल कैशियर का अस्पताल में उपचार जारी है। घटना के बाद मौके पर पहुंच कर एफएसएल और डॉग स्क्वायड टीम ने मौके पर पहुंच कर साक्ष्य जुटाए।
पुलिस के अनुसार जोशी मार्ग झोटवाड़ा स्थित पीएनबी बैंक की शाखा में सुबह करीब पौने दस बजे दो नकाबपोश बदमाश घुसे और बंदूक दिखाकर वहां पर मौजूद बैंककर्मचारियों को एक कमरें में बिठा दिया। इसी दौरान कैशियर वहां पर पहुंचा तो उसने विरोध किया तो बदमाश ने उस पर फायर कर दिया। गोली लगने से कैशियर नरेंद्र सिंह शेखावत घायल हो गया। गोली कैशियर के पेट में लगी। बैंक में 8 कर्मचारी काम करते हैं। रोज की तरह सुबह 9:30 बजे बैंक खुला था। बैंक में बैंक मैनेजर मनीष सैनी, महिला कर्मचारी विनेश चौधरी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रमेश सैनी मौजूद थे।
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया कि वारदात को अंजाम देने से पहले संभव दोनों बदमाशों ने बैंक की पहले रेकी की होगी। तभी इस तरह से लूट को अंजाम देने आए थे। दोनों के पास जो हथियार थे, उसमें से एक कंट्री मेट हथियार है। वहीं, दूसरे के पास डमी पिस्टल थी। जो डराने के लिए थी। फायरिंग की आवाज सुनकर चेतक में मौजूद एक महिला कॉन्स्टेबल मौके पर पहुंची, जिसने एक आरोपी को पकड़ा। मौके पर पकड़ा गया बदमाश कोटपूतली निवासी 36 वर्षीय भरत सिंह मीणा है। वर्तमान में भरत सिंह हरिनगर सिविल लाइंस सोडाला में रह रहा है। वारदात करने के लिए वह मौसेरे भाई को लेकर आया था। पुलिस ने मौके से भागे दूसरे बदमाश नोहर हनुमानगढ़ निवासी 23 वर्षीय मनोज मीणा को दोपहर में पकड़ लिया। उसके भी पैर में चोट लगी है।
गोली चलने की आवाज सुनकर मचा हड़कंप
बैंक के अंदर गोली चलने की आवाज सुनकर आस-पास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। लहूलुहान हालत में बैंक कर्मचारी जमीन पर गिर गया। जिसे देखकर बदमाश बैंक से बाहर की ओर दौड़े। बैंक लूटने आए एक बदमाश की लोगों ने पिटाई कर दी। पुलिस ने शहर में ए-श्रेणी की नाकाबंदी करवाई है। घटना के बाद का एक सीसीटीवी भी सामने आया है। बैंक से थोड़ा आगे एक शॉप पर लगे कैमरे में एक बदमाश कैद हो गया। इसमें बदमाश मौके से भागता हुआ नजर आ रहा है। पुलिस ने बताया दोनों बदमाश पहले बैंक के एटीएम में गए। थोड़ी देर वहीं रुके रहे। फिर बैंक के अंदर आए।
महिला कांस्टेबल भी घायल, कई लोगों की चंगुल से निकलकर भागा, अंत में बांध दिए बदमाश के रस्सी से पैर
घटना से कुछ समय पहले ही बैंक के पास से पीसीआर वैन गुजरी थी। वहां पर एक महिला कांस्टेबल खड़ी थी। महिला कांस्टेबल मैनका ने गोली की आवाज सुनकर बैंक की तरफ भागी तो एक युवक भागता नजर आया। महिला कांस्टेबल ने उसे पकड़ लिया, लेकिन बदमाश ने उसके सिर में मार दी और वहां से छुडाकर भागने लगा। इसी दौरान मौके पर खड़े लोगों ने भी बदमाश को पकड़ का प्रयास किया, लेकिन वह 2-3 लोगों की पकड़ से छूटकर भागता रहा। आखिर में फायरिंग की आवाज सुनकर जमा भीड़ ने उसे पकड़ लिया और उसके रस्सी से पैर बांध दिए। महिला कांस्टेबल ने पीसीआर वैन को सूचना दी। इस पर पीसीआर वैन मौके पर पहुंची और बदमाश को पकड़कर थाने लाया गया। घटना के बाद पुलिस बदमाश भारत सिंह को पीसीआर में बैठाकर ले जा रही थी। इस दौरान उसने चलती पीसीआर से कूदकर भागने की कोशिश की। रोड पर गिरने पर उसका पैर फैक्चर हो गया। झोटवाड़ा पुलिस उसे इलाज के लिए कांवटिया अस्पताल लेकर गई है।
खून बहता रहा और 5 किलोमीटर दूर भाग निकला बदमाश
फायरिंग के दौरान बदमाश मनोज भी घायल हो गया। उसके पैर से खून रिसने लगा। वह बैंक से भाग निकला। सड़क पर काफी दूर तक खून बिखरा नजर आया। मनोज को नाकाबंदी के दौरान घटना स्थल से करीब 5 किमी दूर आर्बिट मॉल से पकड़ लिया गया। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई ने बताया कि बदमाश हार्डकोर बदमाश है। इनकी जन्म कुंडली खंगाली जा रही है। मनोज भरत के मौसी का लड़का बताया जा रहा है। बैंक में कैशियर से मनोज की धक्का-मुक्की हुई। धक्का-मुक्की के दौरान गोली से फायर किए गए। फायरिंग में कैशियर घायल हो गया तो एक गोली मनोज के पैर में लगी। गोली लगने के बाद जान बचाकर मनोज वहां से भाग निकला। रोड पर करीब 100-150 मीटर तक खून बिखरा नजर आया।
नवम्बर में शुरू कर दी थी रैकी
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई ने बताया कि दोनों बदमाशों ने नवम्बर माह में बैंक की रेकी शुरू कर दी। दोनों बार-बार बैंक में आते और वहां की गतिविधियों की जानकारी जुटाते रहे। सभी जानकारी जुटाने के बाद बदमाशों ने यहां पर लूट की योजना बनाई। बैंक में लूट के समय कितनी राशि रखी थी इसकी भी जानकारी ली जा रही है। बदमाशों के पास से एक पिस्टल मय कारतूस जब्त की गई है। घायल कैशियर को उपचार के दौरान ब्लड की जरुरत पड़ी तो विद्याधर नगर थानाधिकारी दिलीप खदाव और झोटवाड़ा थाने में तैनात एएसआई राजेंद्र सिंह ने रक्तदान किया।
कैशियर को मारी तीन गोली
कैशियर ने पुलिस को बताया कि वह बैंक में हेड कैशियर के पद पर कार्यरत है। वह सुबह 9.46 बजे बैंक पहुंचा और बैंक के स्ट्रॉंग रुम के अलार्म को बंद करने के लिए रूम के पास गया तो बैंक में 2 व्यक्ति पहले से मौजूद थे। मैंने जैसे स्ट्रॉंग रुम खोलना चाहा तो उन दोनों में से एक व्यक्ति ने मेरे के गोली मारी और दूसरे ने मुझे पकड़ लिया। मेरे पहली गोली दाहिनी ओर पेट पर, दूसरी पीठ पर तथा तीसरी गोली बायी ओर सीने के पास लगी। उक्त पर्चा बयान पर मुकदमा नम्बर 133/2024 धारा 307, 394, 397, 398, 34 भादस एवं 3/25 आर्म्स एक्ट में दर्ज किया गया। बैंक के बाहर खड़े आमजन एवं महिला कांस्टेबल मेनका ने आरोपी भरत मीणा को मौके पर ही पकड़ लिया। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी सहायता से आसूचना संकलन कर आरोपी की पहचान कर मनोज मीणा पुत्र मैदा राम को पुलिस हिरासत में लिया गया। आरोपियों के कब्जे से 1 पिस्टल मय कारतूस बरामद किया गया।
टिप्पणियां