कांग्रेस की उम्मीद पर ममता ने फेरा पानी
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की राह बिल्कुल भी आसान नजर नहीं आ रही है. कांग्रेस की राज्य में सीट बंटवारे को लेकर अंतिम आशा भी ममता बनर्जी ने लगभग खत्म कर दी है, लेकिन फिर भी कांग्रेस ने हिम्मत नहीं हारी और वह आशान्वित है. इससे पहले इंडिया गठबंधन में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए ममता बनर्जी ने चुनाव के बाद क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने का इरादा जताया था. बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और टीएमसी के बीच जारी गतिरोध को खत्म करने की कोशिश के बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश टीएमसी के साथ आगे बढ़ने की उम्मीद जताई.
"कांग्रेस ने प्रस्ताव को किया था अस्वीकार"
ममता बनर्जी ने नदिया जिले में एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी राज्य में आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की इच्छुक थी, लेकिन कांग्रेस ने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. उन्होंने कहा, "हम गठबंधन करना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस सहमत नहीं थी. उन्होंने चुनाव में बीजेपी की मदद करने के लिए CPI(M) के साथ हाथ मिलाया है, हम ही हैं जो देश में बीजेपी से लड़ सकते हैं."
ममता बनर्जी ने विश्वास जताया कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को करारी मात मिलेगी, साथ ही उन्होंने कहा कि टीएमसी अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ केंद्र में सरकार बनाने की रणनीति पर फैसला करेगी. बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा,"अगर लोग हमारे साथ हैं, तो हम वादा करते हैं कि दिल्ली (लोकसभा चुनाव) जीतेंगे. चुनाव के बाद, हम सभी क्षेत्रीय दलों को साथ लेकर सरकार बनाएंगे."
कांग्रेस पर बीजेपी की मदद का आरोप
ममता बनर्जी ने आगामी चुनावों में बीजेपी की मदद के लिए कांग्रेस और वाम दलों पर हाथ मिलाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के साथ सीट-बंटवारे की चर्चा की विफलता पर बात की. इसके लिए उन्होंने वाम दलों के कथित हस्तक्षेप को जिम्मेदार ठहराया. टीएमसी नेता ने कहा, "बस याद रखें कि बंगाल दिल्ली (लोकसभा चुनाव) जीतने का रास्ता दिखाएगा, हम दिल्ली जीतेंगे, हम बंगाल में अकेले लड़ेंगे और बीजेपी को हराएंगे."
ममता बनर्जी की यह टिप्पणी बंगाल में अकेले सभी 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद आई है, जिससे पश्चिम बंगाल में विपक्षी गुट इंडिया पर काफी प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने बिना नाम लिए बंगाल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यात्रा पर कटाक्ष करते हुए लोगों से पूछा कि "आप किसे चुनेंगे, वह जो पूरे साल रहता है, या वह जो मौसमी पक्षी की तरह आता है? ". लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस टीएमसी के साथ गठबंधन को लेकर आशान्वित है. वह सीट-बंटवारे के समझौते की उम्मीद जता रही है.
कांग्रेस की उम्मीद पर ममता ने फेरा पानी
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि गठबंधन में, देने और लेने की प्रवृत्ति होती है. हम राज्य में संयुक्त सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर आम सहमति तक पहुंचने के लिए आशान्वित हैं, जो इसमें शामिल सभी दलों को संतुष्ट करेगा. ममता जी ने इंडिया गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है, औ हम इस रुख का स्वागत करते हैं."
बता दें कि ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग को पहले ही खारिज कर चुकी हैं साथ ही वह कांग्रेस पर सीपीआईएम के साथ मिलकर बीजेपी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रही हैं. इसके बाद भी जयराम रमेश टीएमसी को साथ लेकर लाने को लेकर आश्वत हैं. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी का बयान उनकी राय को दिखाता है, गठबंधन की सहमति को नहीं. उन्होंने कहा कि टीएमसी और कांग्रेस दोनों का लक्ष्य आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने का है.
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