आचार संहिता हटने के बाद हुई पहली जन-सुनवाई, अधिकारियों ने सुनी लोगों की समस्याएं

आचार संहिता हटने के बाद हुई पहली जन-सुनवाई, अधिकारियों ने सुनी लोगों की समस्याएं

ग्वालियर। मध्य प्रदेश में विधानसभा आम निर्वाचन सम्पन्न होने एवं आचार संहिता हटने के बाद मंगलवार को फिर से जन-सुनवाई शुरू हुई। चुनाव के बाद कलेक्ट्रेट की पहली जन-सुनवाई में दो दर्जन से अधिक लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इन सभी लोगों की समस्याएं एक-एक कर सुनीं। साथ ही आवेदनों के निराकरण की रूपरेखा तय की। जनसुनवाई में अपने बच्चों से परेशान कुछ वरिष्ठ नागरिक अपनी व्यथा सुनाने जन-सुनवाई में पहुँचे थे। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इन वरिष्ठ नागरिकों को भरोसा दिलाया कि आप सबकी समस्या का स्थायी समाधान कराया जाएगा। संबंधित एसडीएम के कार्यालय में भरण पोषण अधिनियम के तहत इनके प्रकरण दर्ज कर जल्द से जल्द निराकरण करने के लिये कहा गया है। इसी तरह जमीन संबंधी आवेदन संबंधित राजस्व अधिकारियों को समय-सीमा के भीतर निराकृत करने के लिये दिए गए हैं। कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में आए कुल आवेदनों में से आठ आवेदन दर्ज किए गए हैं। शेष आवेदन आवश्यक टीप अंकित कर संबंधित विभागों के अधिकारियों को सीधे ही निराकरण के लिये दिए गए। संयुक्त कलेक्टर संजीव जैन, संयुक्त कलेक्टर एलके पाण्डेय, एसडीएम बृज बिहारीलाल श्रीवास्तव, संयुक्त कलेक्टर आरए प्रजापति व डिप्टी कलेक्टर अजहर अहमद सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने जन-सुनवाई में लोगों की समस्यायें सुनीं।

 

 

 

 

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