माता सीता जन्मस्थान का पुनरोद्धार किए बिना खुश नहीं हो सकते श्री राम, समझे भाजपा: राजीव रंजन
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता श्री राजीव रंजन ने माता सीता के जन्मस्थान के पुनरोद्धार की मांग जारी रखते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि खुद को हिंदुत्व का झंडाबरदार बताने वाली पार्टी भाजपा के नेता माता सीता के जन्मस्थान के पुनरोद्धार के मसले पर चुप्पी साध कर बैठे हुए हैं। राम नाम की माला जपने वाले यह लोग माता सीता का नाम लेने से भी कतराते हैं। जबकि हकीकत में देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि माता सीता ही भगवान राम को संपूर्ण करती हैं। इसीलिए देश में सीता जी का नाम प्रभु श्री राम से पहले लिया जाता है।
जदयू महासचिव ने अपने पोस्ट में लिखा कि यदि भाजपा की प्रभु श्रीराम में सच्ची आस्था होती तो वह राम मन्दिर से पहले जानकी मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारंभ करते। यहां कोई विवाद भी नहीं था बल्कि सरकार व जनता आगे बढ़ कर इसका समर्थन करती। लेकिन यह लोग जहां भगवान राम के लिए महल का निर्माण करवा रहे हैं, वहीं यह माता सीता को कुटिया में ही रखना चाहते हैं। भाजपा को इतनी भी समझ नहीं है कि माता सीता के जन्मस्थान का पुनरोद्धार किए बिना भगवान श्री राम कभी भी खुश नहीं हो सकते हैं।
उन्होंने लिखा कि भाजपा को समझना चाहिए माता जानकी के जन्मस्थान का पुनरोद्धार आस्था का मसला है, जिसपर राजनीति नहीं करनी चाहिए। इसके बावजूद यदि उन्होंने राम मन्दिर की तर्ज पर जानकी मन्दिर निर्माण में सहयोग नहीं किया तो यह साबित हो जाएगा कि भगवान राम उनके लिए सिर्फ एक राजनीतिक अस्त्र हैं। जिनका इस्तेमाल वह अपनी राजनीति चमकाने के लिए करती आ रही है।
उन्होंने लिखा कि केंद्र सरकार को बिहार सरकार से सीख लेनी चाहिए, जो सीमित संसाधनों के बावजूद माता सीता जन्मस्थान के कायाकल्प में जुट चुकी है। भाजपा को यदि भगवान राम में थोड़ी भी श्रद्धा होगी तो वह अविलंब इसमें सहयोग करना शुरू कर देंगे।
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