पूर्वजों की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म है : श्याम किशोर शुक्ल

पूर्वजों की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म है : श्याम किशोर शुक्ल

ब्रजेश त्रिपाठी

पट्टी- प्रतापगढ़। पूर्वजों की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म है जिनकी कृपा से आने वाली पीढ़ी समाज तथा देश में आगे बढ़ती है । यह बातें इन्टर कॉलेजज के अध्यक्ष श्याम किशोर शुक्ल ने बाबा बेलखरनाथ धाम के सराय नानकार गांव में स्वर्गीय भागीरथी त्रिपाठी की तृतीय पुण्यतिथि समारोह के दौरान कहीं ।रविवार को उनके पैतृक आवास पर आयोजित पुण्यतिथि समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि जो व्यक्ति अपने पूर्वजों को भुला देता है वह कभी सुखी नहीं रहता ।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता पंडित सरजू प्रसाद त्रिपाठी तथा संचालन सूर्य बहादुर सिंह ने किया ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुये राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित इंटर कॉलेज जसरा प्रयागराज के पूर्व प्राचार्य शशिकांत त्रिपाठी ने कहा कि संस्कार ही वह गुण है जिसके बदौलत व्यक्ति समाज तथा राष्ट्र में अपना नाम रोशन कर सकता है । कार्यक्रम को पूर्व प्रधानाचार्य दुर्गा प्रसाद शुक्ला, प्राचार्य भानु प्रताप सिंह, प्राचार्य शिव कुमार तिवारी, जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष बृजेन्द्र मिश्रा, प्रकाश खंडेलवाल आदि ने संबोधित किया ।

कार्यक्रम के पश्चात स्वर्गीय भागीरथी त्रिपाठी की पुण्यतिथि पर सहकारी संघ सराय नानकार के पूर्व अध्यक्ष पारस त्रिपाठी द्वारा क्षेत्र के करीब दो दर्जन गरीबों को कंबल वितरित किया गया । इस सुरेश चन्द्र त्रिपाठी, उमेश चंद्र त्रिपाठी, सुनील चंद्र त्रिपाठी, सालिक राम त्रिपाठी, श्याम नारायण, कृष्ण कुमार, शिवाकांत, श्रीकान्त, अजीत सिंह, बृजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ छोटे भैया आदि मौजूद रहे।

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