लेखपाल ने जांच आख्या में पिता को ही बनाया पीड़ित महिला का पति
जालौन। जनपद में लेखपाल की लापरवाही की इंतहा सामने आईं है। यहां पर पिता की मौत के बाद उसकी बेटी जब अपनी पैतृक जमीन को लेकर हिस्सा लेने पहुंची तो लेखपाल की कारगुजारी की जानकारी होने पर हैरान हो गई। लेखपाल ने बिना पड़ताल किए ही जांच आख्या में पीड़िता के स्वर्गीय पिता को ही उसका पति बना दिया। इस बात को लेकर पीड़िता ने जिले के आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।
यह पूरा मामला उरई तहसील के कोटरा कस्बे की रहने वाली लक्ष्मी देवी का है। 2017 में उसके पिता मेवालाल का देहांत हो गया था। इसके बाद वह किसी कारणवश अपनी बहन के साथ रहने लगीं। कुछ समय के बाद उसने अपने भाइयों से पैतृक जमीन में हिस्सा मांगा, तो पता चला कि वो कागजों में बेदखल हो चुकी है। इस बात की शिकायत उसने जन सुनवाई में की तो पता चला कि लेखपाल की जांच आख्या में वह अपने स्वर्गीय पिता की पत्नी बन चुकी थीं।
इस पर लक्ष्मी देवी ने जिला प्रशासन को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उसके तीन भाई और तीन बहने हैं। उसके पिता का देहांत 2017 में हो गया था। अविवाहिता होने की वजह से कानूनी रुप से पैतृक सम्पत्ति पर उसका भी हक है, लेकिन स्थानीय लेखपाल देवेंद्र ने जांच पड़ताल किए बगैर ही उसे जमीन से बेदखल कर दिया। पीड़िता ने जब इसकी शिकायत तहसीलदार से की तो उन्होंने कोर्ट में जाने की सलाह दे डाली। फिलहाल पीड़िता न्याय की आस में जिला प्रशासन के चक्कर काट रही है।
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