कटिहार में सबसे ज्यादा दूषित रही हवा

दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों को पीछे छोड़ कटिहार में हवा सबसे ज्यादा दूषित रही। जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बढ़कर 381 पर पहुंच गया है। इसी तरह बल्लभगढ़-भागलपुर-हनुमानगढ़ सहित आठ शहरों में भी हवा जानलेवा बनी हुई है। वहीं आइजोल देश का सबसे कम प्रदूषण वाला शहर बना हुआ है, जहां एक्यूआई 20 दर्ज किया गया है। हालांकि यहां भी वायु गुणवत्ता विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय मानकों पर खरी नहीं है। मतलब की देश में कोई भी शहर ऐसा नहीं है जहां हवा स्वास्थ्य के लिहाज से सुरक्षित कही जा सके।

दिल्ली भी प्रदूषण के मामले में ज्यादा पीछे नहीं है। हालांकि कल के मुकाबले दिल्ली में प्रदूषण कम हुआ है, लेकिन इसके बावजूद हवा में घुला जहर लोगों को बीमार करने के लिए काफी है। यदि आंकड़ों को देखें तो दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 285 रिकॉर्ड किया गया है। जो 'खराब' वायु गुणवत्ता को दर्शाता है। 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 20 दिसंबर 2023 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक देश के 246 में से महज नौ शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 58 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) थी, जबकि 121 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही।

अमृतसर-छपरा सहित 50 शहरों में प्रदूषण का स्तर दमघोंटू (201-300 के बीच) रहा, जबकि हनुमानगढ़-कटिहार सहित आठ शहरों में प्रदूषण का स्तर जानलेवा (301-400 के बीच) है। यदि दिल्ली की बात करें तो यहां वायु गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स एक अंक गिरकर 285 पर पहुंच गया है। दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 228, गाजियाबाद में 236, गुरुग्राम में 184, नोएडा में 208, ग्रेटर नोएडा में 241 पर पहुंच गया है। 

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