संविधान का गला घोंटने वाले अब उसके रक्षक बनने का कर रहे हैं नाटक – गोविन्द नारायण शुक्ल
बस्ती - भारतीय जनता पार्टी द्वारा आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को स्टेशन रोड स्थित एक निजी संस्थान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष विवेकानन्द मिश्र ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश महामंत्री, गोरखपुर क्षेत्र प्रभारी एवं विधान परिषद सदस्य गोविन्द नारायण शुक्ल उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अशोक सिंह एवं प्रेम सागर तिवारी मंचासीन रहे।इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानी प्रेम सागर तिवारी, राजेन्द्र गौड़, प्रेम नारायण आज़ाद, रशीद अहमद एवं विजेन्द्र कुमार अग्रवाल का सम्मान किया गया।
अपने संबोधन में गोविन्द नारायण शुक्ल ने कहा, "आपातकाल भारतीय लोकतंत्र पर एक काला धब्बा था। इंदिरा गांधी ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए संविधान की हत्या की थी। आज वही लोग संविधान के रक्षक बनने का नाटक कर रहे हैं। पार्टी का उद्देश्य है कि देश की युवा पीढ़ी को उस काले अध्याय की सच्चाई से अवगत कराया जाए और उन लोकतंत्र सेनानियों को सम्मान दिया जाए, जिन्होंने आपातकाल में अत्याचारों का सामना किया।"विशिष्ट अतिथि अशोक सिंह ने कहा, "आपातकाल के दौरान भारतीय संविधान में निहित मौलिक अधिकारों को समाप्त कर दिया गया था। प्रेस की स्वतंत्रता छीन ली गई थी और अनेक राजनीतिक नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और आम नागरिकों को बिना अपराध जेलों में ठूंस दिया गया था।"जिलाध्यक्ष विवेकानन्द मिश्र ने कहा, "कांग्रेस पार्टी आज संविधान की रक्षा की बात करती है, जबकि उसी ने सबसे पहले संविधान का गला घोंटा था। आपातकाल के काले दिन कभी भुलाए नहीं जा सकते।"कार्यक्रम का संचालन अमृत कुमार वर्मा ने किया। इस अवसर पर एक पेड़ माँ के नाम अभियान के अंतर्गत पौधारोपण भी किया गया।
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