साइबर ठग अरेस्ट, चीन भेजते डाटा...करते थे फ्रॉड!
बैंक खातों की जानकारी करते हासिल, एसटीएफ की पकड़ में आये तीन
- लैपटॉप, मोबाइल, सिम और पासबुक बरामद, नोएडा से लखनऊ तक लिंक
लखनऊ । एसटीएफ यूपी को अभियुक्तों द्वारा संगठित गिरोह बनाकर विदेशी व चीनी नागरिकों को गेमिंग, ट्रेडिग, लोनिंग ऐप एवं डिजिटल अरेस्ट द्वारा व अन्य अवैध गतिविधियों के लिए भारतीय नागरिकों के बैक खाते उपलब्ध कराने वाले गिरोह का पदार्फाश कर गिरोह के तीन सदस्यों को गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम नवरत्न सिंह खुराल उर्फ रोबी पुत्र स्व. रघुवीर सिंह खुराल, तनवीर पुत्र गुलतार अली, शाकिब शेख पुत्र शेख अहमद है। इनके कब्जे से एसटीएफ ने एक लैपटाप, आठ मोबाइल फोन, एक पासपोर्ट, पांच आधार कार्ड, चार मोबाइल सिम कार्ड, पांच चैकबुक, 22 डेबिट व क्रेडिट कार्ड,150 रुपया नकद भारतीय करेंसी, 80 रुपया नेपाली करेंसी तथा अन्य दस्तावेज बरामद किया है।
गिरफ्तार अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल ने पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र लगभग 40 साल है और उसने बी0टेक व सिविल इंजीनियरिंग किया हुआ है। बताया कि उसने वर्ष 2016-17 में एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब किया था, उसके बाद अपनी कन्सट्रक्शन कम्पनी खोलकर सामुदायिक शौचालय बनाने का काम प्रारम्भ कर दिया था। इसके बाद अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल फेसबुक पर यूएसडीटी सम्बन्धित विज्ञापन देखकर उनमें रूचि लेने लगा और इसी दौरान उसकी मुलाकात टेलीग्राम ऐप के माध्यम से डीकेके, मैगी, हू जियांग, केटीएम नामक चायनीज व्यक्ति से होने लगी। इनके बाद इनमे बातचीत होना प्रारम्भ हो गयी और चायनीज व्यक्तियों ने उसको भारतीय नागरिकों से अवैध रूप से धन प्राप्त करने के सम्बन्ध में बताया। तभी से वह भारतीय नागरिकों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है।
पूछताछ में उसने बताया कि ये चाईनीज नागरिक नेपाल में रहकर अवैध गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। जानकारी करने पर विदित हुआ है कि अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल का एक दोस्त सिद्वार्थ है, जो लखनऊ में रहता है और सिद्वार्थ के माध्यम से ही अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल सिंह की मुलाकात अभियुक्त तनवीर से हुई थी। इसके अलावा अभियुक्त शाकिब की मुलाकात अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल से चीनी नागरिक द्वारा टेलीग्राम ऐप पर कराई गयी थी। उल्लेखनीय है कि ठगी के इस कार्य के लिए चायनीज व्यक्तियों को भारतीय नागरिकों के बैक खातों की आवश्यकता होती है, जिनमें धोखाधड़ी से प्राप्त किये गये धन को ट्रान्सफर किया जाता है। गिरफ्तार किये गये तीनों व्यक्तियों द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय लेनदेन में व अन्य वित्तीय नियमो से बचने के लिए यह लोग क्रिप्टों करेंसी के माध्यम से हवाला के जरिये भारतीय सुरक्षा एजेन्सियों की नजरों से बच कर धन का आदान प्रदान करते हैं।
इसी प्रक्रिया में अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल को अभियुक्त तनवीर और शाकिब द्वारा भारतीय नागरिकों के बैंक खाते एवं उनकी समस्त जानकारी (जैसे खाते की चेक बुक, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड एवं खाते में दर्ज कराये गये मोबाइल नम्बर आदि) उपलब्ध कराये जाते हैं, जिनको अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल, चीनी नागरिकों को भेज देता है, जो नेपाल और थाईलैंड में बैठकर भारतीय नागरिकों से फ्रॉड करके धन की प्राप्ति करते हैं। इस कार्य के लिए चीनी नागरिकों से अभियुक्त गणों को अच्छा कमीशन प्राप्त होता है।
संयुक्त रूप से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि इन अभियुक्तगणों का जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली, एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा राज्यों में भी नेटवर्क है, जहां से ये विभिन्न श्रोतों से भारी संख्या में डंप एकाउन्ट प्राप्त करके सीमा पार बैठे चीनी नागरिकों को पैसे के बदले में उपलब्ध करा रहे थे। इस सम्बन्ध में और अधिक छानबीन की जा रही है। अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल ने पूछताछ पर यह भी बताया कि उसने माह सितम्बर वर्श 2024 में गुरूग्राम हरियाणा में एक महिला को डिजीटल अरेस्ट कर पोने 6 करोड़ रुपए की ठगी की थी। इस सम्बन्ध में थाना साईबर क्राइम ईस्ट गुरूग्राम हरियाणा में मुकदमा दर्ज है और इस अभियोग में अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल वांछित चल रहा है।
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