जैन समाज के धार्मिक कार्यक्रम में संतों पर ट्रक चढ़ाने के मामले में चालक गिरफ्तार
पाली। जैन समाज के धार्मिक कार्यक्रम सौमेला में 12 जनवरी काे तखतगढ़ थाना (सुमेरपुर) क्षेत्र में संतों पर ट्रक चढ़ाने का मामले ने तूल पकड़ लिया है। अब इसका सीसीटीवी फुटेज आने के बाद देश भर के जैन समाज के लोगों में रोष है। आयोजन में 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ थी और ट्रक ड्राइवर उसी भीड़ में ट्रक ले गया। इस दौरान यहां चार समाजबंधुओं को गंभीर चोटें आई थी। पुलिस ने घटना के पांच दिन बाद मंगलवार को ट्रक ड्राइवर भूराराम उर्फ पीथाराम उर्फ प्रताप गरासिया निवासी कालंद्री (सिरोही) को गिरफ्तार किया है। ट्रक पहले से ही जब्त है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। इस घटना को लेकर तखतगढ़ थाने में रिपोर्ट देने वाले तखतगढ़ के चक्की गली निवासी 65 साल के चंदनमल पुत्र बालचंद गांधी ने बताया कि 12 जनवरी की सुबह करीब साढ़े 10 बजे तखतगढ़ के पुराना बस स्टैंड पर जैन संघ द्वारा जैन समाज के संत का सौमेला हो रहा था। जहां 100 से ज्यादा जैन समाजबंधु मौजूद थे। इस दौरान ट्रक चालक ने लापरवाही से ट्रक चलाते हुए भीड़ पर ट्रक चढ़ा दिया। हादसे में सुरेश, सुमित्रा पत्नी अशोक, भीकीबाई पत्नी पारसमल, अरविन्द पुत्र रतनचंद के हाथ-पैरों में गंभीर चोटें आई। ट्रक आता देख दूसरे लोगों ने इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई। बाकी लोगों ने घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां उसे उन्हें सुमेरपुर रेफर किया गया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने इस पूरे प्रकरण को हल्के में लिया। उन्होंने महज इसे एक हादसा समझा। घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज तक नहीं जुटाए। लोगों तक घटना के सीसीटीवी फुटेज पहुंचे, इसके बाद पुलिस हरकत में आई। जैन समाज ने इसका विरोध जताते हुए इसे षड्यंत्र के तहत भीड़ पर ट्रक चढ़ाने का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने मंगलवार को ड्राइवर को गिरफ्तार किया।
एएसपी अकलेश शर्मा ने बताया कि फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है। गुजरात पासिंग यह ट्रक सुमेरपुर निवासी चतराराम मीणा का है, जो सुमेरपुर से किराना-परचून का सामान की सप्लाई करता है। बारह जनवरी को चतराराम सुमेरपुर रुक गया था। उसने ट्रक से सामान तखतगढ़ पहुंचाने के लिए अपने दोस्त भूराराम गरासिया को सौंपा था। भूराराम के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है। वह अपने बेटे ईश्वर के साथ ट्रक में सामान भर तखतगढ़ में सप्लाई करने पहुंचा तो यह घटना हो गई। पुराना बस स्टैंड पर जैन संतों के नगर प्रवेश पर जैन समाज के लोग स्वागत कर रहे थे। बैंड वालों से बहस के बाद ड्राइवर ने एक बार ट्रक को बैक लिया फिर गुस्से में भीड़ में ट्रक घुसा दिया था। सीओ सुमेरपुर भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि जैन संतों को जान से मारने के लिए किसी व्यक्ति या संस्था ने उकसाया तो नहीं था। पुलिस ने घटना के वक्त ट्रक में मौजूद आरोपी के पुत्र बेटे को भी पकड़ा है, जिससे गहनता से पूछताछ की जा रही है। सुमेरपुर निवासी ट्रक मालिक चतराराम मीणा को बुलाकर भी पूछताछ कर असलियत का पता लगाने में जुटी है।
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