आडिटोरियम का निर्माण कछुआ चाल से, कलेक्टर ने जताई नाराजगी
धमतरी।पौने चार करोड़ की लागत से निर्मित आडिटोरियम का निर्माण सालो बाद भी नहीं हुआ। ठेकेदार कछुआ चाल से निर्माण करा रहा है, इससे शहरवासियों को इसका लाभ समय पर नहीं मिल रहा है। कलेक्टर नम्रता गांधी ने निर्माणाधीन आडिटोरियम का औचक निरीक्षण किया। लेटलतीफी से निर्माण को लेकर नाराजगी जताई और समय-सीमा पर निर्माण पूरा कराने निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए है। इसके अलावा कलेक्टर के ने शहर के कई जगहों पर चल रहे कार्याें का निरीक्षण करके निगम के अधिकारी-कर्मचारियों को कई निर्देश दिए है। कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने धमतरी शहर में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सिहावा चौक स्थित आडिटोरियम, शहरी सी मार्ट, बस स्टैंड, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट मुजगहन का अवलोकन कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर सुश्री गांधी ने लगभग तीन करोड़ 80 लाख की लागत से निर्माणाधीन आडिटोरियम का अवलोकन कर समय सीमा में पूर्ण नहीं होने पर नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द इसे पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने आडिटोरियम निर्माण एवं इसमें लगे सामग्रियों की गुणवत्ता से समझौता किये बिना कार्य को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने के लिए कहा।
बस स्टैंड के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने यात्रियों के लिए स्टैंड में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया और रैन बसेरा की व्यवस्था में आवश्यक सुधार करने का निर्देश दिए। इस मौके पर कलेक्टर ने रैन बसेरा में आने-जाने वालों की रजिस्टर में एंट्री और किराया सूची भी देखी तथा बस स्टैंड में असामाजिक तत्वों की निगरानी के लिये नियमित रूप से पुलिस गश्त करने को कहा। उन्होंने बस स्टैंड में उपलब्ध दुकानों, उनके आवंटन और आमदनी की जानकारी भी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। ग्राम मुजगहन में निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का अवलोकन कर कलेक्टर सुश्री गांधी ने शहर से आने वाले गंदे पानी को उपचारित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही प्लांट शुरू होने के बाद पानी की गुणवत्ता का परीक्षण कर उसका डाटा तैयार करने कहा।
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण
ज्ञात हो कि मुजगहन-लोहरसी पुल के पास 30.31 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया जा रहा है। इसके जरिए शहर के गंदे पानी को उपचारित कर सार्वजनिक निस्तार, निर्माण, सिंचाई इत्यादि की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जिसकी क्षमता 19.60 एमएलडी है। इसके बाद कलेक्टर ने निर्माणाधीन जल शुद्धिकरण प्लांट का निरीक्षण कर इसकी प्रक्रिया की जानकारी ली और प्लांट को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर जीआर मरकाम, आयुक्त नगरनिगम धमतरी विनय कुमार पोयाम, एसडीएम धमतरी डा विभोर अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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